स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी पहुंचकर अमित शाह ने दी श्री रामानुजाचार्य को श्रद्धांजलि, बोले- उन्होंने कई क्रूर रीति-रिवाजों को तोड़ा

स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी पहुंचकर अमित शाह ने दी श्री रामानुजाचार्य को श्रद्धांजलि, बोले- उन्होंने कई क्रूर रीति-रिवाजों को तोड़ा

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि रामानुजाचार्य के जीवन को और उनके संदेश को, सब जीव एक समान है, वेदों के मूल वाक्य को उन्होंने समय की गर्त से बाहर निकाल कर अपने कार्यों से किसी के लिए भी कटु बोले बगैर अनेक परंपराओं को तोड़ते हुए समाज के बीच रखा।

हैदराबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी पहुंचकर श्री रामानुजाचार्य को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस प्रकार के महापुरुषों के स्मारक लोगों को सालों तक काम करने की चेतना और उत्साह देते हैं। उन्होंने कहा कि यहां सभी प्रकार की पूजा व्यवस्थाओं और प्रणालियों को रखने और संरक्षित करने का कार्य भी किया गया है। श्री रामानुजाचार्य जी ने जातिगत भेदभाव को समाप्त करने का काम किया। उन्होंने वेदों का सार लिया और समाज में रखा, कई क्रूर रीति-रिवाजों को तोड़ दिया।

गृह मंत्री ने कहा कि रामानुजाचार्य के जीवन को और उनके संदेश को, सब जीव एक समान है, वेदों के मूल वाक्य को उन्होंने समय की गर्त से बाहर निकाल कर अपने कार्यों से किसी के लिए भी कटु बोले बगैर अनेक परंपराओं को तोड़ते हुए समाज के बीच रखा। उन्होंने कहा कि स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी की प्रतिमा अभी-अभी माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और दंडी स्वामी जी के कर कमलों से उद्घाटन हुआ है। मैं अभी वहां जाकर आया हूं। इस प्रतिमा को देखने से आत्म को एक अद्भुत शांति और प्रसन्नता मिलती है। 

उन्होंने बताया कि सारे देश के सभी मतों के संप्रदाय के आचार्य यहां बैठे हैं। आप सभी को यहां देखकर मुझे पूरा भरोसा है कि हमारी यात्रा न कभी रुकेगी, न थमेगी और फिर से एक बार दिग्विजयी होकर पूरे विश्व में ज्ञान का प्रचार और प्रसार करेगी। उन्होंने कहा कि इस पवित्र भूमि पर स्मारक के साथ-साथ वेदाभ्यास की भी व्यवस्था की गई है। वेदों की 9 की 9 शाखाओं के अभ्यास यहां से करके विद्यार्थी यहां से निकलेंगे और पूरे देश में फैलकर जहां-जहां जाएंगे, वहां वेद के ज्ञान की सुगंध और ज्योति को प्रज्ज्वलित करते जाएंगे।