
इस वाकए पर क्या बोले आनंद महिन्द्रा
महिन्द्रा एंड महिन्द्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिन्द्रा (Anand Mahindra) को जब इस वाकए का पता चला तो उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से नए जमाने के साथ कदम मिलाता हुआ रिएक्शन दिया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, 'चिंता क्यों करनी? बस नए क्रिएशन को एनएफटी में कन्वर्ट कर दें!'
NFT यानी नॉन-फंजिबल टोकन। क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते चलन से NFT भी काफी पॉपुलर हो गए हैं। NFTs, बिटकॉइन व अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है। NFTs यूनीक एसेट क्लास हैं, जिन्हें थर्ड पार्टी की मदद के बिना ऑनलाइन क्रिएट किया जा सकता है, रखा जा सकता है और ट्रेड किया जा सकता है। इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि एनएफटी, वेरिफाइड ओनरशिप राइट्स के साथ यूनीक डिजिटल एसेट्स होते हैं और इनका विवरण एक ब्लॉकचेन पर स्टोर किया जाता है।
सिक्योरिटी गार्ड की कारिस्तानी से जो पेंटिंग बर्बाद हुई, उसका नाम 'थ्री फिगर्स' है। उसे रूसी अवंत-गार्डे कलाकार काजिमिर मालेविच (Kazimir Malevich) की स्टूडेंट Anna Leporskaya ने 1932 और 1934 के बीच बनाया था। पेंटिंग को लोन पर मॉस्को की स्टेट ट्रीटीकोव गैलरी से प्रदर्शन के लिए लाया गया था। पेंटिंग को वापस मॉस्को की गैलरी में भेजा जा चुका है। पेंटिंग की कीमत कितनी थी, यह तो साफ नहीं है लेकिन वह लगभग 10 लाख डॉलर में इंश्योर्ड थी। सिक्योरिटी गार्ड पर इस बर्बादी के लिए लगभग 40000 रुपये का जुर्माना लगा है और उसे एक साल की सुधारात्मक श्रम सजा भी सुनाई गई है। इस मामले की पुलिस द्वारा जांच भी हो रही है।