तापमान 11 डिग्री सेंटीग्रेड में बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएं बसपा सुप्रीमो मायावती का मंच पर आने का बेसब्री से करते रहे इंतजार

बादलों को चीरते हुए आसमान में जैसे ही लोगों ने नीले रंग का हेलीकाप्टर देखा तो जनसभा स्थल पर बहन जी तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं और बाबा साहब अमर रहें के नारों से गूंज उठा।

गिरते तापमान में कार्यकर्ताओं का जोश देखकर गदगद हुई मायावती

गाजियाबाद. समय तीन बजकर पांच मिनट, स्थान कविनगर रामलीला मैदान। तापमान 11 डिग्री सेंटीग्रेड। बादलों को चीरते हुए आसमान में जैसे ही लोगों ने नीले रंग का हेलीकाप्टर देखा तो जनसभा स्थल पर बहनजी तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं और बाबा साहब अमर रहें के नारों से गूंज उठा। ठंड में ठिठुरते बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएं सुबह 11 बजे से ही बसपा सुप्रीमो मायावती का मंच पर आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 28 विधानसभा क्षेत्रों से आए लोगों की भीड़ देखकर बसपा सुप्रीमो गदगद हो गईं और बोलीं कि इतनी सर्दी में जब तुम मुझे सुनने आए हो तो तुम्हारी जीत तो वैसे ही हो गई है। अब कोई बसपा को हरा नहीं सकता है।

जनसभा में एक-एक कार्यकर्ता अनुशासित अंदाज में नजर आया। कार्यकर्ता ही सुरक्षा का जिम्मा संभाले हुए थे। मंच पर जैसे ही मायावती ने भाषण देना शुरू किया, वातावरण शांत हो गया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने दस साल से सत्ता से बाहर कांग्रेस पर शब्द-बाणों के तीखे प्रहार किए तो पांच साल से प्रदेश सरकार से अलग सपा को उनकी गलत नीतियों की पोल खोलते हुए खूब फटकारा। 42 मिनट के भाषण में उन्होंने 15 मिनट कांग्रेस को और 10 मिनट सपा को कटघरे में रखते हुए दलित विरोधी करार दिया। पांच मिनट भाजपा की नीतियों पर भी प्रहार किया और आरोप लगाया कि कानून व्यवस्था तार-तार हो रही है। कांग्रेस, सपा पर बरसने और भाजपा के प्रति नरम दिखने पर चर्चाओं का बाजार गरम रहा। राजीनीतिक जानकारों का कहना है कि बसपा का भाजपा के प्रति नरम होना पर्दे के पीछे चल रहे किसी गठजोड़ का सीन हो सकता है।

बच्चों के हाथों में दिखे बसपा के झंडे जनसभा स्थल पर कोई ढपली बजाकर नाचता दिखा तो कोई बसपा संबंधी किताब बेचने में लगा रहा । इतना ही नही, रैली में पहुंचे प्रत्येक कार्यकर्ता के गले में कार्ड दिखाई दिया। बच्चों के हाथों में बसपा के झंडे भी दिखाए दिए।