मोदी सरकार पर वरुण गांधी ने फिर उठाए सवाल, कहा- सोचिये जब हर चीज़ बिकेगी तब देश का क्या होगा

मोदी सरकार पर वरुण गांधी ने फिर उठाए सवाल, कहा- सोचिये जब हर चीज़ बिकेगी तब देश का क्या होगा

वरुण गांधी आज अपने संसदीय क्षेत्र में थे। विभिन्न इलाकों में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। हालांकि वह अपनी सरकार के खिलाफ ही तेवर दिखाने में पीछे नहीं हटे। अपने दो दिवसीय जनपद दौरे पर बुधवार को पीलीभीत पहुंचे वरुण के स्थानीय निजी सचिव की ओर से जारी बयान के अनुसार सांसद ने अमरिया ब्लॉक के करीब डेढ़ दर्जन गांवों का भ्रमण किया और कोरोना व ओमीक्रोन महामारी के प्रति लोगों को जागरूक किया।

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी अपनी ही सरकार पर आजकल हमलावर है। पहले किसानों को लेकर उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमले किए। अब बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी वह लगातार सवाल उठा रहे हैं। इसी कड़ी में आज एक बार फिर से वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरा है। वरुण गांधी ने कहा कि सोचिए जब हर चीज में बिकेगी तब देश का क्या होगा? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश इस समय संकट में है। महंगाई आसमान छू रही है। बेरोजगारी तेजी से बढ़ती जा रही है। ऊपर से निजीकरण के नाम पर देश के महत्वपूर्ण संसाधनों को बेचा जा रहा है। वरुण गांधी ने आगे कहा कि पूर्वजों ने कुर्बानियां देकर देश को आजाद कराया और अब उसे बर्बाद किया जा रहा है। 

दरअसल, वरुण गांधी आज अपने संसदीय क्षेत्र में थे। विभिन्न इलाकों में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। हालांकि वह अपनी सरकार के खिलाफ ही तेवर दिखाने में पीछे नहीं हटे। अपने दो दिवसीय जनपद दौरे पर बुधवार को पीलीभीत पहुंचे वरुण के स्थानीय निजी सचिव की ओर से जारी बयान के अनुसार सांसद ने अमरिया ब्लॉक के करीब डेढ़ दर्जन गांवों का भ्रमण किया और कोरोना व ओमीक्रोन महामारी के प्रति लोगों को जागरूक किया। वरुण ने कहा कि कोरोना और ओमीक्रोन महामारी की तरह आपको भ्रष्ट राजनीति के प्रति भी जागरूक होने की ज़रूरत है। आज राजनीति स्वार्थ और भ्रष्टाचार से लिप्त है। देश की चिंता करिए, राजनीति में ईमानदार लोगों को लाइये। ऐसे नेताओं को चुनिए जो आपके कष्ट को अपना कष्ट मानकर दूर करें। 

वरुण ने कहा कि वह चाहते हैं कि आम आदमी को समान अधिकार और न्याय मिले, घर-घर खुशहाली आये। इससे पहले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें इमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमीक्रोन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।