चयन समिति के इस फैसले की खूब वाहवाही हो रही है। बहुत दिनों के बाद टीम इंडिया में ऐसा मौका आया है जब किसी तेज गेंदबाज को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने भी इसकी सराहना की है।
भारतीय टीम फिलहाल तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलने के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरे पर है। टेस्ट श्रृंखला खत्म होने के बाद भारतीय टीम को तीन एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले भी खेलने है। हाल में ही वाइट बॉल फॉर्मेट के नए कप्तान चुने गए रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में केएल राहुल को टीम की कमान सौंपी गई है। इसके साथ ही उस समय सभी क्रिकेट प्रेमी चौंक गए जब इस श्रृंखला के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को उपकप्तान बनाया गया। माना जा रहा था कि ऋषभ पंत या फिर श्रेयस अय्यर को उप कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती थी लेकिन उन्हें नहीं दिया गया।
आश्चर्य इस बात की भी है कि चेतन शर्मा के नेतृत्व वाली चयन समिति ने आईपीएल में जांचे परखे कप्तान ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर को नजरअंदाज कर दिया। सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को यह स्पष्ट कर दिया गया है कि क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में अपनी निरंतरता दिखानी होगी तभी उन्हें इसका इनाम मिल सकता है। हालांकि चयन समिति की ओर से यह बात भी साफ कर दिया गया है कि यह व्यवस्था एक श्रृंखला के लिए हैं क्योंकि रोहित शर्मा का अगले सीरीज में वापसी करना तय है और ऐसी परिस्थिति में केएल राहुल उप कप्तानी की भूमिका निभाएंगे।
हालांकि चयन समिति के इस फैसले की खूब वाहवाही हो रही है। बहुत दिनों के बाद टीम इंडिया में ऐसा मौका आया है जब किसी तेज गेंदबाज को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने भी इसकी सराहना की है। उन्होंने कहा कि जसप्रीत बहुत समझदार है और काफी सूझबूझ से काम लेता है। इसलिए उन्हें क्यों न इसका सम्मान दिया जाए। मुझे यह फैसला पसंद है। अगर एक तेज गेंदबाज सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो उसे कप्तान क्यों नहीं बना सकते।