यूपी के आठवीं पास युवाओं के लिए करियर बनाने का सुनहरा अवसर, सरकार देगी पांच लाख की मदद


खादी ग्रामोद्योग से आठवीं पास बेरोजगार स्वरोजगार के लिए पांच लाख तक की सहायता ले सकते हैं।

बेरोजगारों के लिए आनलाइन मार्केटिंग फायदे का सौदा हो सकता है। इसमें करियर बनाने वाले युवाओं को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत आर्थिक मदद भी दी जाती है। उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग विभाग की ओर से मिलने वाली सहायता के लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा आठ रखी गई है।

लखनऊ। विकास के दौर बेरोजगारों के लिए आनलाइन मार्केटिंग फायदे का सौदा हो सकता है। इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत आर्थिक मदद भी दी जाती है। उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग विभाग की ओर से मिलने वाली सहायता के लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा आठ रखी गई है। आठवीं पास बेरोजगार स्वरोजगार के लिए पांच लाख तक की सहायता ले सकते हैं। 

जिला कार्यालय से करें संपर्कः ऐसे युवा जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष के बीच है वे उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग योजना से जुड़ सकते हैं। योजना के तहत खादी उत्पादों की आनलाइन मार्केटिंग के साथ ही सेवा के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। इसके लिए युवा उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के जिला कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। 

मिलेगा प्रशिक्षणः युवाओं को आनलाइन मार्केटिंग के साथ ही खादी उत्पादों के निर्माण और विपणन की पूरी जानकारी भी दी जाती है। 10 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण के उपरांत युवा किसी भी क्षेत्र में अपना काम कर सकते हैं। उत्पाद गुणवत्ता नियंत्रण के साथ ही सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग लगाकर अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। एक जनपद एक उत्पाद के तहत भी काम करने वाले युवाओं को आर्थिक मदद मिलती है। 

खुले बाजार से होगा जुड़ावः उद्योग लगाने वाली संस्थाओं से जुड़े युवाओं के उत्पादों को बाजार से जोडऩे के लिए भी सहायता दी जाती है। हाल ही में बनाई गई खादी ग्रामोद्योग विकास एवं सतत स्वरोजगार प्रोत्साहन नीति के तहत पूंजी निवेश के साथ ही रोजगार सृजन में युवाओं को जोडऩे का कार्य किया जा रहा है।

प्रदेश सरकार की ओर से खादी की नई नीति बनाई गई है जिसके माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। रोजगार सृजन और नए अवसरों की संरचना बनाने के साथ ही वित्तीय प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना, पं.दीनदयाल उपाध्याय खादी विपणन विकास सहायता और व्यवहारिक प्रशिक्षण योजनाओं के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। ऑनलाइन कारोबार से खादी के विकास में युवा योगदान कर सकते हैं

 -एलके नाग, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी