मंत्री पीयूष गोयल का दावा, भारत की चीन के साथ व्यापार में असाधारण वृद्धि नहीं हुई

मंत्री पीयूष गोयल का दावा, भारत की चीन के साथ व्यापार में असाधारण वृद्धि नहीं हुई

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि चीन के साथ देश के व्यापार में कोई ‘असाधारण’ वृद्धि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश के साथ भारत का व्यापार घाटा 2021 में घटकर 44 अरब डॉलर रह गया है, जो 2014-15 में 48 अरब डॉलर था।

नयी दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि चीन के साथ देश के व्यापार में कोई ‘असाधारण’ वृद्धि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश के साथ भारत का व्यापार घाटा 2021 में घटकर 44 अरब डॉलर रह गया है, जो 2014-15 में 48 अरब डॉलर था। मंत्री ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के कार्यकाल में 2003 से और 2013-14 में चीन से आयात 1,160 प्रतिशत बढ़ा था। इसी तरह व्यापार घाटा 2004-05 के 1.5 अरब डॉलर से 24 गुना बढ़कर 2013-14 में 36 अरब डॉलर हो गया था।

गोयल का यह बयान कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि एक तरह चीन अरुणाचल के स्थानों को नाम दे रहा है और भारतीय क्षेत्र में गांव बसा रहा है वहीं सरकार चीन के साथ 100 अरब डॉलर का व्यापार कर रही है। गोयल ने कहा, ‘‘चीन के साथ व्यापार घाटा स्थिर है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि इसमें कोई असाधारण बढ़ोतरी नहीं हुई है।’’

उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत का कुल व्यापार 102 प्रतिशत, दक्षिण अफ्रीका के साथ 82 प्रतिशत और संयुक्त अरब अमीरात के साथ 65 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं चीन के साथ व्यापार सिर्फ 44 प्रतिशत बढ़ा है। उन्होंने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत का मुक्त व्यापार समझौता (एफटीएफ) अंतिम रूप दिए जाने के चरण में है।