रालोद व सपा के गठबंधन से मोदीनगर विधानसभा सीट: मजबूत दावेदारी पूर्व विधायक सुदेश शर्मा



 प्रदेश के विकास के साथ ही राजनीति का नया रास्ता गाजियाबाद से ही निकलता है

मोदीनगर. सियासी विडो कहे जाने वाले गाजियाबाद के विधानसभा चुनाव से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए नई सियासी तस्वीर बनेगी। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पूर्व और केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह के वर्तमान संसदीय क्षेत्र में होने जा रहे इस बार के विधानसभा चुनाव अहम होंगे। यूपी गेट पर कृषि कानूनों के विरोध को लेकर पिछले एक साल से सियासत का केंद्र रहे गाजियाबाद में इस समय सभी पांच सीटों पर भाजपा का कब्जा है। अपनी बढ़त को बरकरार रखने और माहौल को साधने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 दिसंबर को रोड शो कर चुके हैं।

शहर विधानसभा सीट : गाजियाबाद सीट से वर्तमान में अतुल गर्ग विधायक हैं और दूसरी बार चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है। कांग्रेस से पूर्व सांसद स्व.सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र सुशांत गोयल और बसपा से सुरेश बंसल के चुनाव लड़ने की चर्चा है। सपा और रालोद गठबंधन से किसी का नाम फिलहाल तय नहीं है।

साहिबाबाद विधानसभा सीट : मतदाताओं की संख्या के लिहाज से प्रदेश के सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्र साहिबाबाद की सीट यूं तो भाजपा का गढ़ मानी जाती है, लेकिन यहां भाजपा की लड़ाई दूसरी पार्टियों से नहीं बल्कि अपनों से ही है। वर्तमान में साहिबाबाद से सुनील शर्मा विधायक हैं। पूर्व महानगर अध्यक्ष और वर्तमान में भाजपा सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक अजय शर्मा और प्रदेश सह संयोजक भाजपा सच्चिदानंद राय और डा.सपना बंसल भी दावेदारी ठोक रही हैं। 2012 में बसपा के टिकट पर विधायक बने अमरपाल शर्मा इस बार समाजवादी पार्टी से दावेदारी कर रहे हैं। वीरेंद्र यादव भी सपा-रालोद गठबंधन से दावेदार हैं। आम आदमी पार्टी से डा.छवि यादव व कांग्रेस से डॉली शर्मा का नाम चर्चा में है।

लोनी विधानसभा सीट : लोनी में भाजपा से नंदकिशोर गुर्जर विधायक हैं। चेयरमैन रंजीता धामा, पूर्व चेयरमैन विनोद बंसल, योगेंद्र मावी, ईश्वर मावी, करतार सिंह, चैनपाल सिंह, डा.प्रमेंद्र, अनिल कसाना, राहुल बैसला भाजपा से विधानसभा टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। रालोद से पूर्व विधायक मदन भैया दावा कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने गोपाल हास्पिटल के संचालक डा.सचिन शर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। 

मोदीनगर विधानसभा सीट : किसान बाहुल्य इस सीट से वर्तमान विधायक डा.मंजू शिवाच एक बार फिर अपनी किस्मत आजमाने का मन बना चुकी हैं। रालोद व सपा के गठबंधन से मजबूत दावेदारी पूर्व विधायक सुदेश शर्मा कर रहे है। 

मुरादनगर विधानसभा सीट : मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र में आधे से अधिक वोटर शहरी हैं तो ग्रामीणों की जीत-हार में अहम भूमिका रहती है। वर्तमान विधायक अजितपाल त्यागी हैं। जद यू सचिव केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी के भाजपा में आने से यह सीट रोचक हो गई है। भाजपा से बृजपाल तेवतिया, वीरेश्वर त्यागी भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। बसपा, कांग्रेस, सपा-रालोद से फिलहाल किसी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है।