गाजियाबाद । लोगों के बैंक अकाउंट उपचार कराने के चक्कर में खाली हो गए। जनता परेशान है, उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर देश की निगाहें हैं। इस बार इस गाजीपुर बार्डर (दिल्ली-यूपी की सीमा) से उस गाजीपुर बार्डर (उत्तर प्रदेश का जिला गाजीपुर) तक भाजपा हारेगी, यूपी से भाजपा का सफाया होगा। यह बातें शनिवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गाजियाबाद में एनएच-नौ किनारे स्थित एक बैंक्वेट हाल में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में कही।
भाजपा सरकार में किसान हुए अपमानित
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि गाजीपुर बार्डर पर किसानों को अपमानित किया गया। सड़क पर कील लगा दी गईं। लेकिन, सर्दी, गर्मी और बरसात की परवाह किए बगैर किसान बार्डर पर डटे रहे तब तीनों कृषि कानून वापस हुए। किसानों के हित के लिए, खुशहाली के लिए पहली बार कोई आगे आया तो वह चौधरी चरण सिंह थे, फिर चौधरी अजीत सिंह और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने किसानों और मजदूरों की आवाज उठाई। ये चुनाव चौधरी चरण सिंह की विरासत को बचाने का चुनाव है।
15 दिनों में होगा गन्ने का भुगतान
उत्तर प्रदेश में सपा गठबंधन की सरकार बनने पर 15 दिन में गन्ने का भुगतान होगा, इसके लिए फार्मर्स फंड बनाएंगे। मैं अन्न संकल्प के लिए लाल पोटली लेकर चलता हूं। हम (अखिलेश- जयंत) संकल्प लेते हैं कि किसानों के हक में लगातार लड़ाई लड़ते रहेंगे। सपा की सरकार बनी तो 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। गरीबों के लिए समाजवादी कैंटीन और किराना स्टोर खोलेंगे। दाम बांधों नीति लागू करेंगे। 10 रुपये में समाजवादी थाली देंगे। आइटी सेक्टर में 22 लाख रोजगार और सरकारी विभाग में रिक्त 11 लाख पदों पर भर्तियां करेंगे।
जिन्ना और औरंगजेब से हमारा लेना-देना नहीं: जयंत
जयंत चौधरी ने कहा कि एक साल पहले 28 जनवरी की रात को गाजीपुर बार्डर पर किसानों ने जो देखा और सहन किया वह सिर्फ वहां मौजूद किसानों को नहीं बल्कि देश के सभी किसानों का अपमान था। एक तरफ वो सरकार है जहां किसानों की आवाज दबाई जाती है। बेराेजगार युवाओं पर लाठियां बरसाई जाती हैं तो दूसरी तरफ पढ़े-लिखे लोग हैं जो तरक्की और विकास की भाषा बोलते हैं। जिन्ना और औरंगजेब से हमारा कोई लेना देना नहीं है। हम भाईचारा की भावना को आगे बढ़ाएंगे।
हारे हुए पहलवान हैं सीएम
अखिलेश यादव ने कहा कि हमने पुरानी पेंशन बहाल करने बात कही तो सीएम योगी को अब्बाजान याद आ गए। ऐसा वही लोग करते हैं जो कुश्ती हार जाते हैं, सीएम हारे हुए पहलवान हैं। अमित शाह के पश्चिमी यूपी में डोर टू डोर प्रचार अभियान को लेकर कहा कि मतदाताओं से अपील है कि वे अमित शाह को लाल सिलेंडर दिखाएं। जिसमें महंगाई के कारण गैस भरवाने के लिए भी लोगों के पास रुपये नहीं हैं। गुंडो और माफियाओं को टिकट देने के सवाल पर कहा कि भाजपा के 82 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर मुकदमे हैं। देश के गृह राज्यमंत्री के बेटे पर किसानों पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप है। प्रदेश में हमारी सरकार बनी तो कोई दंगा नहीं होगा, कानून से बड़ा कोई नहीं होगा, मैं भरोसा देता हूं।