डासना में कारोबारी के ही बिचौलिए ने दोस्तों संग मिलकर लूट ली 40 लाख रुपये की हवाला रकम

 

सऊदी अरब से मेरठ भेजे गए हवाला के 40 लाख रुपये डासना में लूटे, सात दबोचे

गाजियाबाद.  सऊदी अरब से हवाला के जरिये दिल्ली होते हुए मेरठ के खरखौदा भेजी जा रही 40 लाख रुपये की रकम मसूरी थाना क्षेत्र के डासना में कारोबारी के ही बिचौलिए ने दोस्तों संग मिलकर लूट ली। घटना 28 दिसंबर की है लेकिन पीड़ित ने पुलिस को सूचना नहीं दी। बुधवार को पीड़ित ने थाने पहुंचकर एफआइआर कराई। मसूरी पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लूटी गई रकम में से 26 लाख रुपये व हथियार बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि मोटी रकम देखकर बिचौलिए की नीयत खराब हो गई थी। इसके चलते उसने वारदात को अंजाम दिया। गिरोह के तीन बदमाश अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी देहात डा. ईरज राजा व एएसपी मसूरी आकाश पटेल ने बताया कि जालोर राजस्थान निवासी रूप सिंह ने पांच जनवरी को मसूरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि वह चांदनी चौक दिल्ली स्थित अंबालाला मनी ट्रांसफर कंपनी में नौकरी करते हैं। 28 दिसंबर की शाम साढ़े पांच बजे वह कंपनी से 40 लाख रुपये लेकर ओला कैब से मसूरी आए थे। यहां उन्हें यह रकम नासिर को देनी थी। नासिर यह रकम मेरठ खरखौदा निवासी नसीमू को ट्रांसफर करता। हवाला की रकम देने के लिए उन्हें नासिर से 10 रुपये का नोट (जिसका नंबर 771360 है) लेना था। रकम लेने के लिए नासिर ने उन्हें डासना अंडरपास के नीचे बुलाया। वहां पहुंचकर उन्होंने नासिर को काल की तो बाइक सवार दो युवक आए और उन्होंने खुद को नासिर बताया। उन्होंने 10 रुपये का नोट देने के लिए कहा, इस बीच कार सवार अन्य बदमाश आए और उनसे हथियारों के बल पर 40 लाख रुपये से भरा बैग लूट लिया और फरार हो गए।

सूचना देकर गायब हो गया पीड़ित एसपी देहात डा. ईरज राजा ने बताया कि 28 दिसंबर को घटना के बाद रूप सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी लेकिन वह मौके से गायब हो गया। पुलिस ने जांच की तो मामला संदिग्ध लगा। पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के बाद रूप सिंह से संपर्क किया और उन्हें बुलाकर रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने खरखौदा मेरठ निवासी नासिर, पिलखुआ हापुड़ निवासी इमरान व रिजवान, मसूरी निवासी उमर व मुनव्वर और गौतमबुद्ध नगर निवासी गुलफाम व तौफीक को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इनके साथी खरखौदा मेरठ निवासी हसनैन व शादाब और मोटा फरार हैं।

नसीमू के मामा ने भेजी थी सऊदी अरब से रकम आकाश पटेल ने बताया कि लूटी गई रकम हवाला के जरिये सऊदी अरब से चलकर खरखौदा मेरठ निवासी नसीमू के पास पहुंचनी थी। जांच में पता चला है कि नसीमू के मामा शकील दुबई में रहते हैं और उन्होंने ही यह रकम नसीमू के पास भेजी थी। घटना के बाद से नसीमू भी फरार है। उसके पकड़े जाने से तमाम राज खुलेंगे

हवाला कारोबार से जुड़े हैं आरोपित पकड़े गए आरोपित नासिर और इमरान पूर्व में भी हवाला कारोबार से जुड़े रहे हैं। पूछताछ में उन्होंने कई बार हवाला की रकम को ठिकाने तक पहुंचाने की बात कबूली है। एएसपी ने बताया कि अभी यह पता नहीं चल सका है कि इतनी मोटी रकम सऊदी अरब से यहां क्यों भेजी गई थी। मोटी रकम भेजने के पीछे का असली मकसद जानने के लिए पुलिस नसीमू की तलाश में जुटी है। इस संबंध में ईडी व आयकर विभाग को सूचना भेजी जा रही है।