
एनसीआरटीसी ने बस अड्डे के आसपास जमीन पर कब्जा लेकर रैपिड रेल निर्माण कार्य शुरू कर दिया। जबकि, सौंदा कट से लेकर बस अड्डे के आसपास तक के क्षेत्र में सड़क के दोनों तरफ भारी अतिक्रमण है। खरीदारी करने आने वाले लोग अपने वाहनों को भी सड़क पर बेतरतीबी से खड़़ा कर देते हैं। इसी के चलते सड़क पर चलने के लिए दो की बजाय एक लेन ही रहती है। इसी वजह से हाईवे पर वाहनों की रफ्तार पिछले दो सप्ताह से प्रभावित हो रही है। गुरुवार को भी इसी कारण वाहनों की रफ्तार पर विराम लग गया। गाजियाबाद से मेरठ की ओर लोगों को दो किलोमीटर तो मेरठ से गाजियाबाद की ओर राहगीरों को करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा जाम झेलना पड़ा। जाम में फंसे लोग सिस्टम के रवैये को लेकर नाराज दिखे। स्थानीय लोगों में भी इसमें भारी रोष देखने को मिला। कई दिन से जाम झेल रहे मुरादनगर के राहुल शर्मा कहते हैं कि एनसीआरटीसी को काम शुरू करने से पहले पुलिस प्रशासनिक स्तर पर समन्वय स्थापित करना चाहिए था। नगरपालिका, प्रशासन और पुलिस संयुक्त कार्रवाई कर अतिक्रमण पर काम करती है। इसके बाद निर्माण शुरू होता तो राहगीरों को जाम से दो, चार नहीं होना पड़ता। इस बारे में एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है कि काम शुरू करने से पहले स्थानीय पुलिस प्रशासन को अधिकारिक सूचना भेजी जाती है। यातायात व्यवस्था को लेकर एनसीआरटीसी ने मार्शल भी लगाए हैं। पूरा प्रयास है कि निर्माण कार्य के दौरान यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो। उधर, एसडीएम मोदीनगर शुभांगी शुक्ला का कहना है कि किसी भी स्थिति में हाईवे पर जाम नहीं लगने दिया जाएगा। अतिक्रमण हटाने को लेकर नगरपालिका और पुलिस अधिकारियों से बात की जाएगी।