एक दीप प्रज्वलित कर शत-शत नमन्

 अरबों-खरबों दीप जले कि अंधेरा भी सहमा सा हो गया आज । बस याद उनकी में जो लौट कर घर न आए एक दीप प्रज्वलित कर शत-शत नमन् किया।

Anila Singh, खड़े रहना और अंदर की फ़ोटो हो सकती है