एक दीप प्रज्वलित कर शत-शत नमन् November 05, 2021 • jitender अरबों-खरबों दीप जले कि अंधेरा भी सहमा सा हो गया आज । बस याद उनकी में जो लौट कर घर न आए एक दीप प्रज्वलित कर शत-शत नमन् किया।