टीबी जैसी बीमारी को सकारात्मकता व समय पर उपचार कराकर हराया जा सकता है
गाजियाबाद। प्राइमरी हेल्थ सेंटर पसौंडा गाजियाबाद में शनिवार को राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पोषण वितरण हुआ। रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद सेन्ट्रल द्वारा आरएचएएम फाउंडेशन व डिस्ट्रिक्ट रोटरी हेल्थ अवेयरनेस मिशन के सहयोग से गोद लिये गए टीबी रोग से ग्रसित 19 बच्चों को पोषण वितरण हुआ। आरएचएएम व रोटरी ने पोषण आहार में दाल, चना, दलिया, हॉर्लिक्स, बिस्कुट, फल आदि खाद्य सामग्री का वितरण किया।
कार्यक्रम के शुरूआत आरएचएएम फाउंडेशन एवं डिस्ट्रिक्ट रोटरी हेल्थ अवेयरनेस मिशन के फाउंडर रो.डा धीरज भार्गव ने संयुक्त रूप से की। एमएमजी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की टीम से सीएमओ व डीटीओ ने कार्यक्रम में अपना पूरा सहयोग किया और टीबी के गोद लिए बच्चों को पोषण बांटकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। पोषण वितरण कार्यक्रम में रो.डा धीरज भार्गव ने बताया कि टीबी एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इस बीमारी को जागरूता और समय पर ईलाज कराकर जड़ से समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले समय ऐसा था कि लोग जागरूकता के अभाव में बीमारी में दम तोड़ देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। इसलिए किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए सकारात्मकता और जागरूकता होना बहुत जरूरी है।
पोषण वितरण कार्यक्रम में रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद सेन्ट्रल के प्रेसिडेन्ट रो सारंग अग्रवाल ने कहा कि टीबी से ग्रसित बच्चों की रोटरी की तरफ से हर संभव मदद की जाएगी। रोटरी व आरएचएम समय समय पर अभियान चलाकर टीबी के गोद लिए बच्चों को आहार बांटती है। कैंपेन चलाकर लोगों को जागरूक करती है। रोटरी व आरएचएएम द्वारा टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लिया गया है और यह एक अच्छा व सराहनीय प्रयास है। दोनों सामाजिक संस्था किसी न किसी रूप में समाज सेवा कर रही हैं।
रोटरी क्लब दिल्ली ईस्ट एंड की प्रेसिडेन्ट रो. रेनुका झा ने बताया कि आरएचएएम स्वास्थ्य के प्रति सजग है। बच्चों को पोषण के साथ जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज टीबी इतनी जटिल बीमारी नहीं है अगर इसके बारे में लोग जागरूक हैं। समस्या जब ज्यादा बढ़ जाती है जब समय पर बीमारी के लिए दवाई बगैराह नहीं लेते हैं। छोटी उम्र में बच्चों को टीबी जैसी बीमारी से बचाव के लिए संतुलित व पोषक तत्वों से भरपूर आहार देना चाहिए।
डिस्ट्रिक्ट पीपी दिपाली गुप्ता ने बताया कि पोषाहार के सेवन से टीबी से ग्रसित बच्चों के भीतर सभी पोेषक तत्वों की कमी पूरी हो जाएगी। सभी खादय सामग्री पोषक तत्वों से भरपूर होती है। टीबी से ग्रसित बच्चों को पौष्टिक आहार नही मिल पाता लेकिन आएएचएएम फाउंडेशन के प्रायस से बच्चों तक आहार पहुचाया जा रहा है। यह समाज मे एक सराहनीय कदम है। उन्होंने बच्चों को टीबी जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए जरूरी उपचार व क्या क्या सावधानी बरतें आदि के बारे में बताया। साथ ही बीमारी से ग्रसित लोगों को सकारात्मक रहना चाहिए। हमें एकजुटता से काम करना है।
कार्यक्रम में रो. अपुर्व राज, विक्रम, संजय आदि मौजुद रहें।