नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की आर्थिक अपराध शाखा का अपराध शाखा में विलय कर दिया गया है. मंगलवार को इस आशय का एक सरकारी आदेश जारी किया गया. उसके अनुसार आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offenses Wing) के विशेष आयुक्त 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी देवेश चंद्र श्रीवास्तव अपराध शाखा की भी अगुवाई करेंगे. विशेष आयुक्त (Crime Branch) प्रवीर रंजन का चंडीगढ़ के महानिदेशक के रूप में तबादला हो जाने के बाद से श्रीवास्तव ही अतिरिक्त प्रभार के तौर पर अपराध शाखा का कामकाज संभाल रहे थे. मंगलवार को उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद गृह विभाग ने यह आदेश जारी किया.
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच में कार्यरत ASI विनय कुमार और उनके पुत्र नितिन (Vinay Kumar And Nitin) से मुलाकात की. राकेश अस्थाना ने पुलिस मुख्यालय में बुलाकर विशेष तौर पर दोनों पिता- पुत्र की मुलाकात की और UPCS की परीक्षा पास करने के लिए नितिन को बधाई दी. साथ ही उन्होंने नितिन के सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं.
UPSC की परीक्षा बहुत शानदार रैंक से पास किया
दरअसल, UPSC की परीक्षा में नितिन को 363 वां रैंक प्राप्त हुआ है. जिससे नितिन के साथ- साथ दिल्ली पुलिस बेहद खुश है. इस खुशी की वजह ये भी है कि नितिन दिल्ली पुलिस पब्लिक स्कूल (Delhi Police Public School) का छात्र रहा है. इस स्कूल से पढ़ने के बाद नितिन दिल्ली टेक्निकल कॉलेज से बीटेक ( BTech from DTU) किया. उसके बाद नितिन ने लगन और मेहनत के दम पर UPSC की परीक्षा बहुत शानदार रैंक से पास किया.
साथ-साथ पढ़ाई के लिए भी वक्त निकाला
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं हुआ है जब दिल्ली पुलिस के जवान या उसकी संतान IAS और IPS बना हो. बीते सालों में भी दिल्ली पुलिस के दो जवान अधिकारी बने थे. दरअसल, वर्ष 2010 में विजय सिंह गुर्जर व फिरोज आलम दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल पद पर लगे थे. दोनों को दिल्ली के अलग-अलग पुलिस थानों में पोस्टिंग मिली थी. दोनों में सामान्य जान पहचान थी. इनकी समान बात यह थी कि नौकरी करते हुए भी दोनों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं छोड़ी. दिल्ली पुलिस में सेवाएं देने के साथ-साथ पढ़ाई के लिए भी वक्त निकाला.