हिन्दूओं, अफगानिस्तान से कुछ सीखने की जरूरत है।
1. आपका बैंक बैलेंस, कोठी, कार, नौकरी, व्यापार सब खत्म हो जाएगा जब राष्ट्र ही नहीं बचेगा।
2. आपकी संपदा और स्वयं आपका कोई मूल्य नहीं, अगर राष्ट्र का मूल्य खत्म हुआ।
3. एक मिनट में आप शरणार्थी बन जाएंगे अगर आपका नेतृत्व और उसके साथी भ्रष्ट, दलाल, कमिशन खोर और राष्ट्र को बेच कर भाग निकलें।
4. याद रखना 1962 के युद्ध में नेहरू लंदन भाग गया था और 1990 में कश्मीरी हिंदू नरसंहार के समय राजीव गांधी इटली चला गया था।
5. इसलिए मुफ्तखोरी की आदत छोड़िए, ईमानदार, सख्त निर्णय लेने वाला और राष्ट्र प्रथम (ना कि मजहब प्रथम) को मानने वाले नेता को चुनिए। विदेशी ब्रिटिश पार्टी कांग्रेस देश के लिए घातक है। इसे दूबारा सत्ता में आने नहीं देना है।
6. मुसीबत के समय आपका साथ न छोड़े और देश से भागे नहीं। इकठ्ठा होकर युद्ध लड़े, आपकी भावी पीढ़ी आपकी ऋणी होगी, आप इतिहास में अमर हो जाएगें।