मोदीनगर: जीवित व्यक्ति को मृत दिखा करोड़ों की भूमि कर दी दूसरे का नाम दर्ज. कादराबाद में जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसके नाम दर्ज करोड़ों की भूमि दूसरे व्यक्ति के नाम बतौर वारिस दर्ज कर दी गई। मामला उजागर होने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत तहसील प्रशासन व पुलिस अधिकारियों से की है। नामी भूमाफियाओं का नाम इसमें सामने आ रहा है। घटना के बाद तहसील में हड़कंप मचा है। अधिकारी अपना पल्ला झाड़ने में लगे हैं।
बेगमाबाद गांव निवासी जयभगवान के नाम कादराबाद के खसरा नंबर 613 की करीब छह बीघा भूमि दर्ज है। भूमि कादराबाद में आवासीय कालोनी के पास है। ऐसे में इसकी कीमत अब करोड़ों रुपये में पहुंच गई है। ऐसे में इस भूमि पर भूमाफियाओं की प्लाटिग करने के मकसद से लंबे समय से निगाह थी। कई बार वे औने-पौने भाव में जयभगवान से भूमि लेने की बात भी कर चुके थे, लेकिन उन्होंने भूमि बेचने से मना कर दिया। चार दिन पहले जयभगवान अपनी भूमि की फर्द निकलवाने तहसील गए तो उनकी भूमि में उनके स्थान पर बतौर वारिस गुलशन का नाम दर्ज मिला। जुलाई माह में नाम दर्ज करने के आदेश दिए गए थे। जयभगवान को दस्तावेजों में मृत दिखा दिया गया था। यह देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
उन्होंने दस्तावेज निकलवाए तो पता चला कि आरोपितों ने किसी तीसरे व्यक्ति के नाम भूमि के कुछ हिस्से का एग्रीमेंट भी कर दिया है। आरोपितों ने भूमि में अपने नाम का दाखिल खारिज कराने के लिए भी आवेदन दे दिया है। इसके बाद उन्होंने अधिवक्ता बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता से खुद के जीवित होने का प्रमाण देते हुए दाखिल खारिज पर आपत्ति दर्ज कराई। जयभगवान ने बताया कि उनके पांच बच्चे हैं, जबकि आरोपित ने खुद को इकलौता वारिस बताया है। उन्होंने इस मामले में एसडीएम व एसएचओ मोदीनगर को शिकायत दी है। आरोप है कि उनकी भूमि पर भूमाफियाओं की नजर है। वे लगातार उनसे भूमि हड़पने की कोशिश कर रहे थे। इस मामले में एसडीएम आदित्य प्रजापति ने जांच कर कार्रवाई कराने का भरोसा दिया है। जयभगवान ने बताया कि जिस लेखपाल ने उनकी भूमि पर दूसरे व्यक्ति का नाम बिना किसी जांच के दर्ज कर दिया, वह छुटटी चली गई हैं। निश्चित रूप से इसमें नीचे से ऊपर तक साठ-गांठ कर उनसे धोखा किया गया है।