गाजियाबाद. सितंबर महीने से गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले के दिल संबंधी मरीजों को इलाज के दिल्ली की दौड़ लगानी होगी. जिले के सरकारी अस्पताल (MMG Hospital) में मरीजों का इलाज नहीं हो पाएगा, क्योंकि सरकारी अस्पताल के इकलौते दिल रोग विशेषज्ञ (Cardiologist) इस माह 31 तारीख को रिटायर हो रहे हैं. अभी तक कोई नई नियुक्ति शासन के स्तर पर गाजियाबाद में नहीं की गई है. इस वजह से गाजियाबाद के दिल संबंधी मरीजों को दिल्ली के अस्पतालों की राह पकड़नी पड़ेगी.
गाजियाबाद के प्रमुख सरकारी अस्पताल एमएमजी जिला अस्पताल में (MMG Hospital) दिल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कत्याल हैं, जो इसी माह 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं. अभी तक शासन स्तर से किसी दूसरे डॉक्टर की या मौजूदा डॉक्टर की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. इसलिए यह तय है कि सितंबर में दिल संबंधी मरीजों को दिल्ली की दौड़ लगानी पड़ेगी. इसके साथ ही मेडिकोलीगल और बंदी मेरठ रेफर किए जाएंगे. इस संबंध में अस्पताल के सीएमएस डॉ. अनुराग भार्गव बताते हैं कि शासन स्तर पर पत्र लिखकर जिले में दिल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति की मांग की गई है, लेकिन अभी तक नियुक्ति की सूचना नहीं मिली है.
5 साल पहले बना आईसीयू आज तक नहीं हुआ शुरू
एमएमजी अस्पताल में 5 साल पहले आईसीयू बनाया गया था, जिससे गंभीर मरीजों को तुरंत इलाज दिया जा सके. लेकिन, यह आज तक चालू नहीं हो पाया है, क्योंकि अभी कार्यरत दिल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील कत्याल सुबह 8 बजे से 2 बजे तक ओपीडी में मरीज का उपचार करते हैं. दो बजे के बाद मरीजों की देखभाल करने वाला कोई नहीं होता है, इसलिए यहां पर मरीज भर्ती नहीं किए जाते हैं.