तालिबान के सपोर्ट पर शायर मुनव्वर राणा पर भड़का संत समाज, फूंका पूतला




अयोध्या.
 अफगानिस्तान में चल रहे हालात पर शायर मुनव्वर राणा (Munavwar Rana) द्वारा दिए गए विवादित बयान से अयोध्या (Ayodhya) के संत समाज में आक्रोश व्याप्त है. तालिबान का सपोर्ट करने को लेकर मशहूर शायर मुनव्वर राणा पर अयोध्या के संत समाज के लोग भड़के हैं. उनका कहना है कि जो लोग भारत में रहकर के तालिबान का सपोर्ट कर रहे हैं उनके अत्याचारों को सही बता रहे हैं उन्हें तालिबान भेजा जाना चाहिए. इतना ही नहीं तपस्वी पीठ के आचार्य जगत गुरु परमहंस दास ने केंद्र सरकार से मांग की है कि तालिबान प्रेमी लोगों को तालिबान भेजने की तैयारी की जाए. इसका संपूर्ण खर्च अयोध्या कि सिद्ध पीठ तपस्वी छावनी उठाएगी.

जगत गुरु परमहंस आचार्य ने केंद्र सरकार से मांग की है कि ऐसा कानून बनाया जाए उन्हें 24 घंटे के अंदर फांसी होना चाहिए. तपस्वी पीठ के पीठाधीश्वर जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि आतंकवादी तालिबानियों के जो हमदर्द भारत में पल रहे हैं. मुनव्वर राणा जैसे लोग जिन को हिंदुस्तान में पद प्रतिष्ठा नाम सब कूच दिया है. उनको जब तालिबान का समर्थन करते सुनता हूं तो मन द्रवित हो जाता है. दास ने केंद्र सरकार से मांग की है कि तालिबान समर्थकों को तालिबान भेजा जाए इन तालिबानी समर्थकों को तालिबान भेजने का जो खर्च होगा वह तपस्वी छावनी उठाएगी.

जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि देश के गद्दार हैं चाहे वह मुनव्वर राणा हो अतीकुर्रहमान हो या फिर असेवोद्दीन ओवैसी हो इनका भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है. जिस तरह से देश विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं जिस तरह से तालिबान का समर्थन किया जा रहा है. आने वाले समय में यह बेहद खतरा है केंद्र सरकार से मांग है बाहर के दुश्मनों के साथ-साथ देश के अंदर रह रहे दुश्मनों को भी समाप्त किया जाए.

ये रहा विवादित बयान
बता दें कि शायर मुनव्वर राणा ने अफगानिस्तान प्रकरण पर तालिबानियों का पक्ष लेते हुए विवादित बयान दिया है. जिसमें उन्होंने कहा था कि हिन्दू भी तालिबानी होते हैं और भारत में उनसे ज्यादा हथियार हैं. इतना ही नहीं उन्होंने तालिबानियों की तुलना हिन्दुओं के पवित्र धर्मग्रन्थ रामायण की रचना वाले महर्षि वाल्मीकि से कर दी. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर शायर के खिलाफ हिन्दुओं का गुस्सा फूटने लगा.