डासना जेल में बनेगा मॉडर्न किचन, एक दिन में 40000 चपातियां तैयार करने वाली मशीनें लगेंगी


गाजियाबाद.
 अपनी क्षमता से तीन गुना कैदियों को खुद में समेटे और असुविधाओं का दंश झेल रही डासना जेल (Dasna Jail) में अगले कुछ महीनों में पुनर्निर्माण कार्य कराया जाएगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 2.25 करोड़ रुपए के आवंटन को मंजूरी दी है. जेल के प्रस्तावित मॉडर्न किचन (Modern kitchen) में आटा गूंथने से लेकर चपातियां बनाने वाली मशीनें (Machines) लगायी जाएंगी. जहां एक दिन में 40 हजार चपातियां तैयार की जा सकेंगी. वरिष्ठ अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान डासना जेल में खाना बनाने वाले कर्मचारियों ने वहां उपलब्ध सुविधाओं और साफ-सफाई की खराब स्थिति को लेकर आपत्तियां दर्ज करायी थी. उसके बाद अन्य कार्यों के साथ-साथ किचेन को मॉडर्न बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था.

इस प्रस्ताव पर अमल करते हुए राज्य सरकार ने 25 अक्टूबर को रसोई के पुनर्निर्माण के लिए विशेष तौर पर 1.70 करोड़ रुपए और अन्य कार्यों के लिए 54.42 लाख रुपए देने का निर्णय लिया था, जिनमें एक ट्यूबवेल लगाना अैर जलापूर्ति के लिए वाटर पाइप का नेटवर्क बिछाना शामिल है.  राज्य सरकार की ओर से आवंटित इस राशि का इस्तेमाल डासना जेल में एक ट्यूबवेल लगाने, जलापूर्ति के लिए नेटवर्क तैयार करने और मौजूदा रसोई के पुनर्निर्माण में किया जाएगा.

समस्याओं का समाधान हो पाएगा
जेल के एडिशनल इंस्पेक्टर जनरल (प्रशासन एवं सेवा सुधार विभाग) शरद ने कहा कि ट्यूबवेल और जलापूर्ति नेटवर्क तैयार करने के अलावा शेष राशि का इस्तेमाल मौजूदा किचन के मॉडर्नाइजेशन पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए आटा गूंथने, रोटी बनाने, सब्जी काटने और सीड को साफ करने वाली मशीनें लगाई जाएंगी. अधिकारी ने कहा, “एक दिन में 40 हजार चपातियां बनाना चुनौतीपूर्ण कार्य है. इसके लिए किचेन कर्मचारियों के बीच कई बार विवाद भी उत्पन्न हो चुका है. मॉडर्न किचन से इन समस्याओं का समाधान हो पाएगा.”

कैदियों की संख्या निर्धारित क्षमता की 1.74 गुनी है
आपको बता दें कि वर्ष 1993 में स्थापित डासना जेल में कैदियों की क्षमता 1704 है, लेकिन यहां फिलहाल 4800 कैदी रखे गए हैं, जो निर्धारित क्षमता की तुलना में करीब तिगुनी संख्या है. राज्य की अन्य 71 जेलों में कैदियों की संख्या निर्धारित क्षमता की 1.74 गुनी है.