हिन्दुस्तान मिशन शक्ति अभियानः सीएम योगी बोले-महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन के लिए काम कर रही सरकार

बीते साल शारदीय नवरात्र से हिन्दुस्तान ने जिस प्रदेशव्यापी मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत की थी वह आज अपने व्यापाक रूप में सबके सामने है। इस अभियान के तहत प्रदेश के हर जिले में बड़े पैमाने पर महिलाओं का चयन किया गया जो अपने स्तर से समाज खासतौर पर महिलाओं का जीवन स्तर बदलने का प्रयास कर रही हैं। ये महिलाएं उन लाखों महिलाओं के लिए नजीर हैं जो परिस्थितियों से मुकाबला कर अपने लिए राह बनाना चाहती हैं। इस महाअभियान के तहत हिन्दुस्तान ने प्रदेश के हर जिले में 100-100 ऐसी महिलाओं को खोजा जो प्रेरक काम कर रही हैं। इन्हें एक मंच दिया। इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हिन्दुस्तान के प्रधान संपादक शशि शेखर ने पूरे राज्य की महिला प्रतिनिधियों से सीधा संवाद किया। सभी जिलों से वेबकांफ्रेंसिंग के जरिये इस महासंवाद में शामिल हुईं।

सीएम योगी ने महिलाओं से बातचीत के बाद उन्हें संबोधित करते हुए बताया कि किस तरह से महिलाओं के हितों में प्रदेश में योजनाएं चल रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा और स्वावलंबन से जुड़ी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि मिशन शक्ति का कार्यक्रम महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन से जुड़ा है। महिला अपराधों को रोकने के लिए  लोगों को जागरूक करना होगा। महिलाओं से संबंधित योजनाओं के बारे में जानकारी देना भी जरूरी है। सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन और सशक्तिकरण के लिए सरकार काम करेगी। 

अपडेटः

-सीएम योगी ने कहा कि स्वामित्व योजना और महिला सहखातेदार बनाने पर काम हो रहा है। महिलाओं को जमीन का स्वामित्व दिया जा रहा है। कोटे की दुकानों को लेकर पहले बवाल होता था। अब जहां भी बवाल होगा, वहां महिला समूहो को कोटे की दुकान दी जा रही है। 

-महिला सामर्थ्य के नाम से योजना शुरू किया गया है। महिला समूह कमिश्नरी स्तर और जिला स्तर पर खड़े हो, इसका प्रयास किया जा रहा है। महिला मिशन शक्ति का कार्यक्रम महिलाओं के स्वावलंबन से जुड़ा है। 

-सीएम योगी ने कहा कि आज बातचीत केवल दस बहनों से हुई है। हर सेंटर में बड़ी संख्या में बहनें दिखीं। उनमें से काफी ने अपने क्षेत्र में आदर्श प्रस्तुत किया है। सभी से बात नहीं हो सकी है। वह बहनें अपने सुझाव हमें लिखकर भेज सकती हैं। 

-सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में पहले से कई हेल्पलाइन चल रही है। घरेलू हिंसा, सरकारी कार्यालयों में सुनवाई नहीं होना आदि के लिए हेल्पलाइन बनी है। इस पर आने वाली समस्याओं पर जवाबदेही तय होती है। यूपी 112 में भी लोग अपनी समस्याएं बताते हैं। पहले महिलाएं पुरुष थानों में महिलाएं अपनी समस्याएं नहीं सुना पाती थी। इसलिए अब महिला थाने बनाए गए हैं।

-पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली मेरठ की अनिता राणा ने कहा कि वह बाल कल्याण के लिए कई काम कर रही हैं। लावारिस बच्चों के लिए काम कर रही हैं। कहा कि मेरठ में दस साल तक के बच्चों को रखने की व्यवस्था नहीं है। सीएम योगी ने कहा कि हर जनपद में निर्वासित महिलाओं के लिए आश्रय स्थल बनाए जा रहे हैं। अयोध्या-मथुरा में इसका काम शुरू हो चुका है। लावारिस नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए कमिश्नरी स्तर पर केंद्र बनाने के लिए पहले से कहा गया है। अटल आवासीय विद्यालय शुरू हो रहे हैं। सीबीएसई बोर्ड की तरह पाठ्यक्रम होंगे। निर्वासित बच्चों को एक ही कैंपस में सभी व्यवस्थाएं होंगी। जिनके पिता खानबदोश का जीवन व्यवतीत करते हैं, ऐसे बच्चों को अटल आवासीय विद्यालय में रखेंगे। 

-मुरादाबाद की हस्तशिल्पी तैयबा ने कहा कि ओडीओपी की योजना में हस्तशिल्प के उत्पाद भी शामिल किये जाएं। सीएम योगी ने  कहा कि ओडीओपी के माध्यम से हस्तशिल्प को उभारने का काम किया गया है। 

-बरेली की हाकी खिलाड़ी गीता शर्मा ने कहा कि खेलों से निकलने वालों के लिए केवल रेलवे ही है। इसके लिए अन्य विभागों में स्थान होना चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि विभागों को इस बारे में निर्देश दिया गया है। खिलाड़ियों को समायोजित करने के लिए कहा गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी खेलो इंडिया खेलो के जरिये खेल को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। यूपी पुलिस के अलावा अन्य विभागों में भी महिला खिलाड़ियों के समायोजन पर काम होगा। 

-अलीगढ़ की हर्षा के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि महिलाएं अगर अपने पैरों पर खड़ी हो जाएं तो कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा। 

-आगरा की सेल्फ डिफेंस शिक्षिका अपर्णा ने कहा कि कई सालों से महिला सुरक्षा के दिशा में काम कर रही हूं। स्कूलों में सेल्फ डिफेंस को सब्जेक्ट के रूप में डाला जाए। हर शहर में लड़कियों की सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग होनी चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि मिशन शक्ति के तहत सबसे पहले प्रदेश के सभी 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की थी। महिला दिवस पर रेंज स्तर पर एक थाना केवल महिलाओं से जुड़ी समस्याओं  के लिए खोला गया था। इसके अलावा महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को लेकर भी थाने बनाए गए हैं। महिलाओं से जुड़ी सभी हेल्पलाइन को जोड़कर 102 से जोड़ा गया है। ताकि कोई लाइन बिजी हो तो दूसरी जगह पर काल चली जाएगी। सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग को आनलाइन मोड में भी तैयार कर लें। कोविड के दौरान वर्चुअल आईसीयू शुरू की गई थी। विशेषज्ञों को कोविड अस्पतालों से जोड़ा गया था। इसी तरह का कार्यक्रम आज के दिन के लिए तैयार हो सकता है। 

-कानपुर की प्रेरणा वर्मा ने कहा कि 1090 और 181 की तरह कोई हेल्पलाइन चालू हो जिससे कारोबार करने की इच्छुक महिलाओं की काउंसिलिंग हो सके। इस पर सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से चल रही योजनाओं की आपको जानकारी है। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन भी है। 1068 पर कोई भी अपनी समस्या बता सकता है। सीएम योगी ने कहा कि कार्यालयों में हेल्प डेस्क हैं। यह हेल्पडेस्क महिलाओं की कैसे मदद कर सकती है, उस पर विचार किया जाएगा। 

-नोएडा की गारमेंट एक्सपोर्टर शशि मालिया से बातचीत के बाद सीएम योगी ने कहा कि यूपी रेडिमेड गारमेंट का हब बन सकता है। अन्य महिलाएं भी आपसे प्रेरित होकर स्वावलंबन की ओर बढ़ेंगी। 

-वाराणसी से पाणिनी कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य नंदिता शास्त्री ने कहा कि हम लोग सांस्कृतिक संस्कृति को आगे बढ़ाने का लगातार काम कर रहे हैं। कालेज स्वर्ण जयंती वर्ष मनाने जा रहा है। इस पर सीएम योगी ने कहा कि हम उसमें आने की कोशिश करेंगे। सीएम योगी ने कहा कि बालक और बालिका को शास्त्र और शस्त्र दोनों की ट्रेनिंग होनी चाहिए। सीएम योगी के अनुरोध पर पाणिनी की छात्राओं ने वेद मंत्रों का वाचन भी किया।  

-सीएम योगी ने बताया कि कोरोना काल में यूपी में सबसे पहले केजीएमयू में टेस्टिंग लैब बनी और 24 घंटे में केवल 72 टेस्ट हुए। उसके बाद इतने लैब खोले गए कि आज दो लाख टेस्ट प्रदेश में ही संभव हो गया है।

-महिला ने कहा कि हम किसान से पराली कलेक्ट करके गोरखपुर में फैक्ट्री शुरू करनी है। इस पर सीएम ने कहा कि महिला स्वयंसेवी समूह इससे जुड़कर काम कर सकती हैं। बताया कि झांसी में 2019 में गया था। एक विभाग ने महिलाओं के लिए दुग्ध उत्पादन में काम शुरू किया था। बलेनी मिल्क प्रोड्यूसर शुरू हुआ। 2 साल में बड़े पैमाने पर महिलाएं जुड़ी हैं। 46 करोड़ का टर्नओवर और 2 करोड़ का प्रॉफिट रहा। 

-सीएम योगी ने कहा कि धान की पराली से लेकर निर्माण के कार्य मे व्यापक संभावनाएं हैं। प्रदेश व देश मे बड़ी आबादी ऐसी है जिनके पास अपने मकान नही हैं। एक बड़े तबके को सुरक्षित आवास की आवश्यकता महसूस होती है। सेफ और सुरक्षित आवास की जरूरत है। अफोर्डेबल हाउस में आप मदद कर सकती हैं। पराली से जो आप प्रोडक्ट तैयार कर रही हैं, वो दीवार भी बन सकती है।
इससे पराली का उपयोग होगा। किसान को भी लाभ होगा।

-श्रीति ने स्टार्टअप से सात हजार वर्गफुट का अस्पताल कोरोना काल मे बनाया। पराली को कंप्रेस करके पैनल बना कर निर्माण किया। 2 महीने में 50 बेड का अस्पाताल बनाया। 20 फीसदी कमख़र्च आया।

-इस मिशन को 120 दिन चलाया गया। 3 हजार डिजिटल स्टोरी हुई। महिलाओं/ बालिकाओं को शामिल किया गया। सात हजार से ज्यादा महिलाओ को चिन्हित किया गया।
-सीएम ने झांसी की महिला की कहानी सुनी। मुख्यमंत्री ने एक महिला की व्यथा सुनी और बुंदेलखण्ड में डेरी खुलवाई। खीरी की किस्सा भी पढा। घर से उद्योग कैसे बने, कैसे जीविका कमाई जाए और किस तरह उसे मार्किट से लिंक किया जाए ये शोध का विषय है।
-गोरखपुर की श्रीति पांडेय से बात शुरू की। पटना में अस्पताल शुरू किया। खण्डवा में आदिवासियों के साथ काम किया। कम लागत में कमरे बनाये। जिनके तापमान बाहर से 5 डिग्री कम हैं।