
पंजाब सरकार के जेल एवं सहकारिता मंत्री सुखविंदर रंधावा का यूपी दौरा खासा विवादों में आ गया है। पंजाब की रोपड़ जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के गैंग की अगुवानी में पिछले दिनों हुई उनकी यह यात्रा सियासी मुद्दा बनती जा रही है। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस यात्रा के आधार पर आरोप लगाया कि पंजाब सरकार माफिया डॉन को संरक्षण मिल रहा है।
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि चोर-चार मौसरे भाई की कहावत पंजाब सरकार पर सटीक बैठती है। पंजाब की जेल में निरुद्ध हत्या के अभियुक्त मुख्तार अंसारी को यूपी की सरकार वापस लाना चाहती है लेकिन एक तरफ जहां पंजाब सरकार उसे वापस नहीं आने दे रही है, वहीं दूसरी तरफ पंजाब सरकार के जेल मंत्री मुख्तार अंसारी के लोगों के साथ छुपा-छुपी करते हुए यूपी में देखे और पकड़े जाते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इस बारे में स्पष्ट करना चाहिए।
यूपी की महिला विधायक अलका राय अपने पति की हत्या के अभियुक्त मुख्तार अंसारी को यूपी भेजे जाने के लिए प्रियंका गांधी को लगातार पत्र भी लिख रही हैं लेकिन उन पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। खुद महिला होते हुए भी उन्हें एक महिला का दर्द महसूस नहीं हो रहा है। इससे साफ दिखता है कि कांग्रेस किस प्रकार मुख्तार अंसारी को बचाना चाहती है।
पुलिस को ऐसे इनपुट मिले हैं कि पंजाब के मंत्री सुखविंदर रंधावा के साथ मुख्तार अंसारी से जुड़े लोग सक्रिय थे। विगत 11 मार्च को लखनऊ एयरपोर्ट पर अगुवानी करने से लेकर अन्य स्थानों पर लोगों से मिलने के दौरान भी वह लोग उनके साथ थे। रंधावा ने अपनी यात्रा के दौरान सहकारिता विभाग से संबंधित यूपी के कुछ कार्यक्रमों के बारे में जानकारी भी ली। पुलिस उनकी यात्रा के दौरान इस्तेमाल की गई कारों के बारे में जानकारी जुटा रही है।