अभिभावकों को कभी न भूलें छात्र-छात्राएं, समय-समय पर उनकी करें देखभाल : राज्यपाल

up governor anandi ben patel seen in the role of a teacher in the convocation

यूपी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि मैं एक किसान की बेटी हूं। तंबाकू, गेहूं, जीरा निकालने से लेकर हर कृषि कार्य तक का काम मैंने किया जिसका परिणाम है कि आगे बढ़ी हूं। उन्होंने अपनी शिक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने वर्ष 1964 में बीएसपी तथा 1974 में एम एड करने के उपरांत गोल्ड मेडल भी प्राप्त किया था। उन्होंने कहा कि पद्मश्री का पुरस्कार एक महिला की शाम को मिल रहा है। यह बहुत सम्मान की बात है। किसानों एवं कृषि को लेकर जो कार्य हो रहे हैं वह अत्यंत सराहनीय है। राज्यपाल आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के 22 में दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए बोल रहीं थीं। उन्होंने उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं से कहा कि माता पिता एवं अपने अभिभावकों कभी भी मत भूलना समय-समय पर उनकी देखभाल जरूर करते रहना शांति से घर एवं समाज तथा देश में रहे ऐसा कोई भी कार्य कतई मत करना कि जिससे उन्हें दंड मिले।

उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बढ़ाओ बेटी पढ़ाओ के साथ-साथ किसानों की आय दोगुनी करने का एक संकल्प लिया गया है। जिसे कृषि वैज्ञानिकों के साथ साथ सबको मिलकर पूरा करने की जरूरत है। उन्होंने मौजूद छात्र-छात्राओं सहित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज 12 मार्च का दिन हमारे लिए ऐतिहासिक दिन है बीते 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने अहमदाबाद के साबरमती तट से नमक आंदोलन को लेकर दांडी यात्रा आरंभ किया था, अंग्रेजों ने नमक पर लगाए जाने का ऐलान किया था जिसका विरोध करते हुए महात्मा गांधी ने एक सत्याग्रह छेड़ दिया था। 2022 में आजादी का 75 वर्ष होगा ऐसी घटनाओं को यादगार बनाना चाहिए आजादी कैसे मिली थी आतंकी घटनाएं देश में घटित हुई थी।

आजादी के आंदोलन के चलते हर कोई पीछे नहीं था। सब ने अपना योगदान दिया था दांडी यात्रा के बाद अंग्रेजों के अत्याचार को लेकर आजादी की चिंगारी जली थी। उन्होंने कहा कि आज दीक्षांत समारोह के इस कार्यक्रम में परिषदीय विद्यालयों के बच्चे हमारे अतिथि हैं। उन्होंने गुजरात सरकार में वर्ष 2001 में बतौर शिक्षा मंत्री कार्यकाल को लेकर बताया कि साक्षरता सर्वे हुआ था जिसमें सर्वे का आंकड़ा आया था और एक हजार लड़कों के सापेक्ष मात्र 804 लड़कियों की संख्या थी जब भाव यह रहेगा कि हमें बेटा चाहिए तब गर्भ में ही पल रहे भ्रूण की हत्या करने के प्रयास होंगे। आंकड़ा आने के बाद उन्होंने कहा कि मैंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का आंदोलन शुरू किया और अल्ट्रासोनोग्राफी पर पाबंदी लगाई 2009 में यही आंकड़ा एक हजार के सापेक्ष 998 आया।

राज्यपाल ने बताया दीक्षांत समारोह का मतलब
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी जब बेटा बेटी के विभेद के भाव कतई नहीं बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम क्या पढ़ रहे हैं इस पर जरूर सोचे स्वास्थ्य के बारे में जानकारी करने पर पता चलता है कि प्रतिदिन प्रति मिनट एक बच्चे की मृत्यु होती है इस विषय पर सुधार करना होगा। स्वयं को देखना होगा। उन्होंने दहेज को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्र का भाव तो और ऊंचा हो जाता है और उसके माता पिता उसकी शादी में भारी दहेज की मांग करते हैं तथा उसे अच्छे दाम पर बेचते हैं यह तो उसी प्रकार से बेचने का काम हुआ जैसे एक जानवर और बकरी तथा भैंस को बेचने का काम किया जाए। उन्होंने दीक्षांत समारोह का मतलब बताते हुए कहा कि आप सब दीक्षित हुए हो और समाज में यह संदेश जाए कि हम दहेज नहीं लेंगे। कार्यक्रम में मौजूद कृषि विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति के परिश्रम का परिणाम है कि दीक्षांत समारोह से लेकर विश्वविद्यालय के शोध शिक्षा तथा प्रसार के कार्य पूरी प्रगति के साथ हो रहे हैं।

किसानों की जटिल समस्याओं के निराकरण के लिए चलेगा विशेष अभियान
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त छात्रों विश्वविद्यालय कर्मियों सहित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद भी दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ आर सी अग्रवाल उप महानिदेशक कृषि शिक्षा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली ने कहा कि मैं उन शिक्षकों को बधाई देता हूं जिन्होंने विद्यार्थियों विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा ज्ञान कौशल और मानव मूल्य प्रदान करने के लिए अपना उत्कृष्ट योगदान दिया है विश्वविद्यालय के समक्ष उत्तर प्रदेश के कृषि आधारित क्षेत्रों में उत्थान की बड़ी जिम्मेदारी है उन्होंने कहा कि किसानों की जटिल समस्याओं के निराकरण के लिए नवीनतम अनुसंधान कार्यक्रमों पर विशेष बल दिया जाएगा तथा संबंधित प्रौद्योगिकी का प्रचार प्रसार कर कृषकों की सामाजिक तथा आर्थिक स्थिति को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। स्नातकों को इस क्षेत्र में सतत विकास के लिए पेशेवर दक्षता की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय द्वारा रोजगार परक शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर किया जा रहा है छात्रों को स्वयं करके सिखों के सिद्धांत पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह अत्यंत हर्ष का विषय है।

कृषि क्षत्र में व्यापक संभावनाओं को देखकर आगे आएं किसान
राज्यपाल आनंदीबेन पटले ने कहा कि आपने संकट के समय विविध बनाए रखकर इन के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि देश के विकास में कृषि क्षेत्र अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उत्तर प्रदेश देश के कुल अनाज उत्पादन का 20 प्रतिशत से अधिक उत्पादन करके देश की पोशाक आवश्यकताओं को पूरा करता है उन्होंने बढ़ती हुई जनसंख्या, क्षीण होता मृदा स्वास्थ्य असामयिक छिटपुट वर्षा बाढ़ जलवायु परिवर्तन शीलता ग्रीन हाउस गैसों की बढ़ती सांद्रता घटता हुआ जल स्तर प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण भोजन के लिए उपभोक्ताओं की बदलती पसंद आज किसानों के हितों को सीधा प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने एकीकृत रोग एवं कीट प्रबंधन पोषक तत्व प्रबंधन वर्षा जल के संचयन एवं उपयोग करने की सरल एवं सुलभ तकनीकों को विकसित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि कृषि फसलों में विविधीकरण फसल चक्र एवं एक जिला एक उत्पाद मूल्य वर्धित उत्पाद जैविक एवं प्राकृतिक कृषि पारंपरिक ज्ञान एवं विज्ञान में संबंध स्थापित कर हमें आगे बढ़ने की नसीहत दी। उन्होंने कृषि क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं को देखते हुए विशेष रूप से किसानों को आगे आने का आवाहन किया और कृषि विकास दर में प्रगति के लिए प्रधानमंत्री ने पूर्वी राज्यों में दूसरी हरित क्रांति की कल्पना को बताया जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा चार रंगों के सर ऊर्जा कृषि उत्पादकता तथा सफेद दूध उत्पादन का और नीला जल संसाधनों और ऊर्जा का उपयोग के साथ चतुरंगी क्रांतियों का शुभारंभ करते हुए किसानों की आय दोगुनी किए जाने के प्रति प्रतिबद्धता जताई।

छात्रों के भविष्य के लिए अत्यंत उपयोगी होगी नई शिक्षा नीति 
राज्यपाल ने 
कहा कि स्वस्थ और उत्पादक पशुधन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने नए कृषि अधिनियम 2020 के लागू होने पर किसानों के जीवन में अभूतपूर्व बदलाव और देश में एक नई कृषि युग का शुभारंभ होने  की कामना व्यक्त करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति भी छात्रों के भविष्य के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक की और से मेरे द्वारा विशेष प्रयास करके देश के 4 विश्वविद्यालयों को दिन में उक्त आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय भी शामिल है 5 करोड़ रुपए तथा एकेडमिक  प्रयोजन के लिए दो करोड़ कृपया मेरे द्वारा विशेष प्रयास करके दिलाया जा चुका है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूपी सरकार के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने उपाधि प्राप्त करता विद्यार्थियों के सुख में भविष्य की कामना करते हुए उनके अभिभावकों को भी धन्यवाद दिया और बताया कि देश के विकास में  कृषि का 21.20 प्रतिशत योगदान है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन को लेकर कहा कि समूचे देश में उत्तर प्रदेश पहला राज्य है जिसने जलवायु प्राधिकरण का गठन किया है उन्होंने जैविक खेती की आवश्यकता जताई और बताया कि सरकार द्वारा जैविक खेती को लेकर प्रोत्साहन एवं अनुदान दे रही है उन्होंने किसान सम्मान निधि सहित किसानों के कल्याण हेतु चलाई जा रही सरकार की विभिन्न योजनाओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि आत्मनिर्भर भारत तभी बनेगा जब सभी अपनी जिम्मेदारी समझेंगे।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में कृषि विश्वविद्यालय में हुई उपलब्धियों को एक-एक करके गिना या और बताया कि विश्वविद्यालय में काफी दिनों से लंबित कर्मचारियों के विनियमितीकरण सहित विश्वविद्यालय द्वारा अपने स्रोतों से वित्तीय वर्ष 2019 - 20 में 16.43 करोड़ रुपए अर्जित किए जाने की बात बताई कुलपति श्री सिंह ने बताया कि वर्तमान में कृषि विश्वविद्यालय के अधीन पूर्वांचल के 26 जनपदों में कृषि के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए 25 कृषि विज्ञान केंद्र एवं चार कृषि ज्ञान केंद्र तथा अच्छे फसल अनुसंधान केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। कुलपति ने विश्वविद्यालय की स्थापना, शिक्षा, प्रसार, प्रशासनिक प्रबंधन, वित्तीय संसाधन एवं प्रबंधन सहित अपनी प्राथमिकताएं एवं प्रयास को विस्तार से गिनाया।  कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह एवं विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ पी के सिंह ने उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं को आशीर्वचन देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामना की तथा अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार जताया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष सहित डीआईजी दीपक कुमार एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।