मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार के साझा प्रयासों से देश व प्रदेश को विकास की नई दिशा मिलेगी। गरीब, युवा, किसान, महिला व सभी वर्गों को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र से भारत एक विश्व शक्ति के रूप में स्थापित हुआ है। मुख्यमंत्री शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की शासी परिषद की छठी बैठक में अपने सरकारी आवास से वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में कोरोना ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में समय से लिए गए निर्णयों से देश आज सुरक्षित है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा और मार्गदर्शन से राज्य सरकार ने इस आपदा को अवसर में बदलने का प्रयास किया। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यूपी 10 लाख लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। प्रदेश द्वारा बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान के अंतर्गत 500 से अधिक रिफॉर्म लागू करते हुए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में देश में 12वें से दूसरे स्थान पर आ गया है।
उन्होंने कहा कि सकारात्मक नीतियों से कोरोना काल में अब तक 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसके अलावा 6000 करोड़ रुपये की लागत के डेटा सेंटर पार्क, 4800 करोड़ रुपये लागत वाली देश की पहली डिस्प्ले निर्माण यूनिट व आईकिया द्वारा 5500 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। लैंड बैंक विकसित करते हुए ऑनलाइन माध्यम से 5,590 भूखंड आवंटित किए गए। इंवेस्टर्स समिट में हस्ताक्षरित 4.68 लाख हजार करोड़ रुपये के सहमति पत्रों में करीब तीन लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हो गई हैं। डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 7,410 करोड़ रुपये के 61 सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए इनमें 15 कंपनियों को भूमि आवंटित की गई। बंगलुरू में आयोजित एयरो इंडिया शो में 4,500 करोड़ रुपये के 13 नए सहमति पत्र हस्ताक्षरित किए गए।
योगी ने गिनाए यूपी में हो रहे नए काम
- प्रदेश के 17 नगर निगमों को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा, केंद्र के पैसे से 10 और यूपी के पैसे से सात को बना रहे स्मार्ट सिटी
- ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर व वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की बाधाओं को दूर कर दादरी को एक बड़े लॉजिस्टिक हब बनाएंगे
- दादरी, बोराकी व वाराणसी में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक ट्रान्सपोर्ट हब की स्थापना
- वाराणसी में देश का पहला फ्रेट विलेज लगभग 100 एकड़ में विकसित हो रहा
- प्रदेश के 825 विकास खंडों में एक-एक कृषि उत्पादक संगठन (एफपीओ) का गठन होगा
- 3,868 लाख टन गन्ने की पेराई कर 427.30 लाख टन चीनी का उत्पादन
- गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, झांसी व मेरठ में मेट्रो लाइट/मेट्रो नियो की स्थापना पर विचार
- प्रदेश में शीघ्र पांच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे-लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, गौतमबुद्धनगर व अयोध्या में उपलब्ध होंगे
- बरेली हवाई अड्डे से उड़ानें 8 मार्च, 2021 से शुरू होंगी
- अयोध्या के साथ प्रदेश के सभी आध्यात्मिक, सांस्कृतिक शहरों का विकास कर लाखों युवाओं को रोजगार देंगे
- मुख्यालयों पर 24 घंटे, तहसीलों पर 21.30 घंटे व गांवों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति
- बेहतर बिजली व्यवस्था के लिए 3,960 मेगावॉट क्षमता की 6 विद्युत उत्पादन इकाइयां मार्च, 2021 से जून, 2022 तक शुरू होंगी
- प्रदेश के 1.35 लाख स्कूलों में 18 तरह की मूलभूत सुविधाएं मार्च 2022 तक
- सिंगल स्टेज परिवहन व्यवस्था से भारतीय खाद्य निगम के डिपो से सीधे उचित दर विक्रेताओं को खाद्यान्न उपलब्ध कराएंगे
- योग एवं नैचुरोपैथी में उत्कृष्ट शोध को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक आयुष विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा
- आयरन की कमी व कुपोषण को दूर करने के लिए चंदौली के पायलेट प्रोजेक्ट को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा
- नौ सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कर 16.41 लाख हेक्टेयर की अतिरिक्त सिंचाई की क्षमता बढ़ाएंगे, 40.48 लाख किसानों को फायदा