गर्मी से बचने के इंतजाम में जुटे किसान

 ट्रांस हिंडन। यूपी गेट बॉर्डर पर गर्मी के मौसम की आहट आते ही किसानों ने गर्मी और लू को मात देने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। शनिवार को आंदोलन स्थल पर स्थित टेंटो को किसान बड़ा आकार देकर हवादार बना रहे है। साथ ही टेंटो में जालियां, बांस और टिन का उपयोग कर लंबे समय तक टिकने की तैयारी कर रहे है। जिससे गर्मी और बरसात दोनों से बचा जा सके। इसके लिए आंदोलन स्थल पर कई जगहों पर पुराने टेंटों को निकाल कर उसी जगह बड़े आकार में टेंट लगाए गए। किसानों का कहना है बड़े टेंटों में कई किसान एक साथ आ सकेंगे। जहां पर एसी, कूलर और पंखे की भी व्यवस्था की जाएगी। वहीं, गर्म मौसम में आंदोलन में टिके रहने के लिए किसान घास की चटाइयों सहित अन्य जरूरी चीजों का भी इंतजाम कर रहे है। गर्मी बढ़ने के चलते किसानों ने आंदोलन स्थित लंगरों में फ्रिज की व्यवस्था भी शुरू कर दी है। गाजीपुर आंदोलन कमेटी के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि आंदोलन स्थल स्थित लंगरों में फ्रिज की व्यवस्था करने के साथ टेंटों में गर्मी से बचने के लिए इंतजाम शुरू कर दिए गए है। टेंटों को बड़ा कर उनमें व्यवस्थाएं बढ़ाई जा रही है। साथ ही किसानों का कहना मच्छर से भी बचने के उपाय टेंटों में किए जाएंगे। वहीं, आंदोलन स्थल स्थित मीडिया सेंटर को बढ़ती धूप के कारण फ्लाईओवर के नीचे टेंट में बना दिया गया है।

सरकार गलतफहमी निकाल दे किसान जाएंगे नहीं

शनिवार को यूपी गेट पर मौजूद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को लगता है किसान गर्मी में मई तक यहां से चले जाएंगे लेकिन किसान यहां अगले साल तक रहेंगे। उनका कहना है सरकार और किसान दोनों लोग कार्यक्रम बना रहे है। वहीं, महाराष्ट्र में शनिवार को पंचायत के बारे में राकेश टिकैत ने कहा कि फ्लाइट लेट होने और महाराष्ट्र में कोराना संक्रमण फैलने के कारण नही गए। उनका कहना है इस दौरान फोन कर एक अधिकारी ने महाराष्ट्र से वापस आने पर क्वारंटीन करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि आंदोलन स्थल पर कई युवा किसान सगाई भी करना चाह रहे हैं। आगामी दो मार्च को एक जोड़ा सगाई का कार्यक्रम आंदोलन स्थल पर करेगा। साथ ही वह शहीद सैनिको के राहत कोष में दान भी करेंगे। इस दौरान बिजनौर में किसान द्वारा गेहूं की फसल जोतने पर राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को समझना चाहिए किसानों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा किसानों को नुकसान नही करना चाहिए। किसान खेत पर भी नजर रखेंगे और आंदोलन भी करेंगे। किसानों के खिलाफ हो रहे दुष्प्रचार को रोकने के लिए किसानों की भी आईटी टीम आंदोलन स्थल से ही काम कर रही है।

रोहतक से आई झुग्गी बनी आर्कषण का केंद्र

तिरंगे के रंग में रंगी एक झुग्गी शनिवार को यूपी गेट बार्डर पहुंची। ऑटो के ऊपर बनाई गई झुग्गी करीब दस फीट लंबी तीन फीट चौड़ी है। झुग्गी में हुक्का पीने के साथ सोलर पैनल से चल रहे पंखे और मोबाइल चार्जिंग की भी व्यवस्था है। झुग्गी को विकास, सोनू और जगबीर अपने दोस्तों के साथ रोहतक से लेकर किसान आंदोलन में पहुंचे है।

बोले किसान

किसान आंदोलन में डटे है। ठंड का मौसम बीत गया है। गर्मी और बरसात की परवाह नही है। सरकार किसानों की पीड़ा को समझकर किसानों के हक में फैसला करे।

-राजू, किसान

आंदोलन लंबा खिंचता जा रहा है। किसान थकेंगे नही। सरकार किसानों से बातचीत कर समस्या का समाधान करें।

-दिनेश शर्मा, किसान