उन्नाव केस : नाबालिग नहीं बालिग निकला दूसरा आरोपी, कैसे हुआ उम्र का खुलासा
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उन्नाव जिले के बबुरहा कांड में अब तक नाबालिग माना जा रहा दूसरा आरोपी बालिग निकला। यह खुलासा शनिवार को उसके आधार कार्ड के जरिए हुआ। किशोरियों की मौत का खुलासा किए जाने के बाद आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह को नाबालिग आरोपी के शातिर दिमाग पर शक हुआ। उन्होंने इसके प्रमाणपत्रों की छानबीन के आदेश दिए।

शनिवार को जांच के दौरान पुलिस के हाथ उसका आधार कार्ड लग गया। इसमें आरोपी सचिन निवासी पाठकपुर की उम्र 01-01-2002 दर्ज थी। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी विनय कुमार उर्फ लंबू के साथ सचिन को भी जेल भेज दिया। बबुरहा कांड मामले में शनिवार दोपहर पुलिस ने दूसरे नाबालिग आरोपी की पूरी कुंडली खंगालने के बाद उसे मुख्य आरोपी के साथ सीजेएम कोर्ट में पेश किया। जज के आदेश पर पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया। पुलिस ने विवेचना के बाद पिता की तहरीर पर पहले से दर्ज केस में लंबू के साथ सचिन का भी नाम जोड़ते हुए किशोरियों को जहर देकर मारने की धाराएं बढ़ा दी हैं।

यह है पूरा मामला
बुधवार को उन्नाव जिले के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव के संतोष वर्मा की बेटी कोमल (16), सूरज पाल वर्मा की पुत्री काजल (13) और सूरज बली की बेटी रोशनी (17)  दोपहर के बाद मवेशियों के लिए चारा लेने खेत में गई थीं। देर शाम तक जब तीनों घर नहीं पहुंची तो परिवार के लोगों ने उनकी खोजबीन शुरू कर दी। सूरजपाल के खेत में पहुंचे तो तीनों अचेत पड़ी थीं। एक ही दुपट्टे से तीनों के हाथ बंधे थे। कोमल और काजल की मौत हो चुकी थी। रोशनी की सांसें चल रही थीं।