CoWIN ऐप्स को लेकर हेल्थ मिनिस्ट्री ने दी चेतावनी, कहा-फर्जी ऐप से बचकर रहें लोग
corona vaccine india

कोरोना वैक्सीन के लिए जिस ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना है, उसको लेकर हम सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 6 जनवरी को ऐप स्टोर्स पर फर्जी coWIN (COVID इंटेलिजेंस नेटवर्क) ऐप को लेकर लोगों को चेतावनी दी है। कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के लिए जिस कॉविन एप्लिकेशन पर रजिस्ट्रेशन करना है, वह अभी लाइव नहीं हुआ है, क्योंकि वह अभी प्री-प्रॉडक्शन में है। लेकिन इस ऐप की लॉन्चिंग से पहले ही उसके कई डुप्लीकेट ऐप प्ले स्टोर पर आ चुके हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर दी चेतावनी

कुछ हैकर्स ने वैक्सीनेशन से पहले ही coWIN के मिलते-जुलते नाम वाले ऐप को लिस्ट कर दिया है। दरअसल, हैकर्स कोविड-19 वैक्सीन लगवाने से जुड़ी लोगों की 'आतुरता' का फायदा उठाना चाहते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को ट्वीट कर सभी को इन फर्जी ऐप्स को डाउनलोड न करने की सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा है कि लोग इन ऐप पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें क्योंकि इससे वह फाइनेंशियल, आइडेंटिटी और अन्य प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं। मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए लिखा, "coWIN नाम के कुछ ऐप्स ऐप स्टोर पर लॉन्च किए गए हैं। इन पर व्यक्तिगत जानकारी डाउनलोड या साझा न करें। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ऑफिशियल प्लैटफॉर्म से इस ऐप के लॉन्च होने की सूचना दी जाएगी।"

 ऐप को लॉन्च से पहले किया जाएगा अच्छे तरह प्रचारित 

अब तक, ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इमरजेंसी यूज के लिए दो टीकों को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने जनता को यह भी आश्वासन दिया है कि लॉन्च से पहले इस ऐप को अच्छी तरह प्रचारित किया जाएगा। भारत में वैक्सीनेशन प्रक्रिया के पहले दो चरणों में, फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन मिलेगी। इस लिस्ट में उन मेडिकल प्रोफेशनल को शामिल किया गया है जो भारत में कोरोना महामारी आने के बाद से लगातार काम कर रहे हैं। 

 इसके साथ ही 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है। इस एप्लिकेशन को मजबूत करने के लिए दिसंबर में, आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक चैलेंज की घोषणा की थी जिसमें टॉप के दो कंटेस्टेंट के लिए 40 लाख रुपये और 20 लाख रुपये का नकद पुरस्कार रखा गया है।