Covid-19: हवा में दो घंटे से ज्यादा रहता है कोरोना वायरस, स्टडी में मिला प्रमाण
coronavirus

वैसे तो लंबे अरसे से यह चर्चा होती आ रही है कि कोरोना वायरस का संक्रमण हवा के जरिए भी फैलता है। अब इस बात का प्रमाण एक स्टडी में भी मिला है। स्टडी में अस्पतालों में तैयार किए गए कोविड-19 वॉर्ड्स में मौजूद हवा में कोरोना वायरस के सैंपल मिले हैं। वहीं, दावा किया जा रहा है कि खुले में तैरने वाले ये कण 2 घंटों से ज्यादा समय तक हवा में बने रह सकते हैं।

यह दावा सीएसआईआर-सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्युलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) तथा सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबियल टेक्नोलॉजी (इमटेक) चंडीगढ़ ने एक अध्ययन में किया है।

इमटेक के निदेशक संजीव खोसला ने कहा, कोरोना रोकने में मास्क पहनना और सामाजिक दूरी सबसे अहम है। सीसीएमबी के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि यदि प्रभावित और अप्रभावित दोनों तरह के व्यक्ति मास्क पहनते हैं तो संचरण का जोखिम बहुत कम है।

दो मीटर से अधिक दूरी पर भी मिला वायरस
नई स्टडी में बताया गया है कि अस्पताल या कोविड सेंटर में जहां पर कोरोना के मरीजों ने ज्यादा वक्त बिताया है, वहां शोध के दौरान पाया गया है कि वायरस हवा में दो घंटे से अधिक समय तक बना हुआ है, यही नहीं मरीजों के बैठने के स्थानों से दो मीटर से अधिक दूरी पर भी हवा में ये वायरस बना हुआ था। वैज्ञानिकों ने हैदराबाद और चंडीगढ़ के अस्पतालों के 64 से ज्यादा सैंपल लेने के बाद ये दावा किया है। 

बगैर लक्षणों वाले मरीजों से राहत
वहीं ऐसे मरीजों के मामले में स्टडी से मिली जानकारी राहत देने वाली है। लक्षणों से जूझ रहे मरीज एसिम्प्टोमैटिक (बगैर लक्षण वाले) मरीजों की तुलना में ज्यादा खतरनाक हैं। स्टडी में कहा गया है कि बगैर लक्षणों वाले मरीजों के बैठने वाली जगह से वायरस नहीं फैलता है। जब तक कमरे में पंखे या एसी के जरिए हवा का बहाव न हो।