![प्रतीकात्मक तस्वीर dead body thrown in loni drain after killing a young man in barabanki](https://images1.livehindustan.com/uploadimage/library/2020/12/04/16_9/16_9_1/dead_body_thrown_in_loni_drain_after_killing_a_young_man_in_barabanki_1607074548.jpg)
केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब डेढ़ महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों में से तीन लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बॉर्डरों पर जमे किसानों में से टिकरी बॉर्डर पर एक जबकि कुंडली बॉर्डर पर दो किसानों की कथित रूप से ठंड लगने से मौत हो गई।
कुंडली के थाना प्रभारी रविकुमार ने बताया कि कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आये दो पंजाब निवासियों बलबीर सिंह गोहाना और निर्भय सिंह की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि युधिष्ठर सिंह नामक एक किसान को दिल का दौरान पड़ने के बाद नाजुक हालत में पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया है।
पुलिस को आशंका है कि किसानों की मौत सर्दी लगने से हृदयाघात के कारण हुई है। मौत के वास्तविक कारणों की जानकारी पोस्टमार्टम के बाद हो हो सकेगी। वहीं, टिकरी बॉर्डर पर जमे किसानों में से एक जींद निवासी जगबीर (66) की शनिवार की रात मौत हो गई। मौत का कारण ठंड से ह्रदय गति रूकना बताया गया है।
'लोहड़ी पर नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाएंगे'
वहीं, दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने रविवार को कहा कि वे 13 जनवरी को नए कानूनों की प्रतियां जलाकर लोहड़ी का त्योहार मनाएंगे। उन्होंने कहा कि वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर 23 जनवरी को ''आजाद हिंद किसान दिवस'' के रूप में मनाएंगे। किसान नेता मनजीत सिंह राय ने कहा, '' हम 13 जनवरी को नए कानूनों की प्रतियां जलाकर लोहड़ी का त्योहार मनाएंगे।''