खुद के साथ-साथ दूसरों के लिए भी ऐसे लोग खड़ी करते हैं मुश्किलें

आचार्य चाणक्य की तरह ही महाभारत काल के प्रमुख पात्रों में से एक महात्मा विदुर को महान बुद्धिजीवी माना जाता है। कहते हैं कि महाभारत युद्ध के समय विदुर जी ने धृतराष्ट्र को ऐसी बातें बताई थीं जो उनके लिए उपयोगी साबित हुईं। महात्मा विदुर की उन नीतियों का आज भी काफी महत्व है। विदुर जी की इन नीतियों को अपनाने से व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता हासिल होने की संभावना बढ़ जाती है। विदुर जी ने अपनी नीतियों में ऐसे व्यक्ति का भी वर्णन किया है जो खुद के साथ दूसरों के लिए भी मुसीबत बनता है।

विदुर जी कहते हैं कि अगर व्यक्ति के अंदर कुछ आदतें होती हैं तो वो व्यक्ति न तो अपने जीवन में कभी सफल हो पाता है और न ही धन का संचय कर पाता है। विदुर नीति के अनुसार, किसी भी आलसी व्यक्ति पर मां लक्ष्मी अपनी कृपा नहीं बरसाती हैं। ऐसे लोगों का जीवन दुखों से भरा होता है। आलस्य के कारण ऐसे लोगों का भाग्य भी साथ नहीं देता है।

विदुर जी कहते हैं कि जिन लोगों को जीवन में सफलता प्राप्त करनी हो या फिर कुछ हासिल करना हो, ऐसे व्यक्तियों को आलस्य से दूर रहना चाहिए। विदुर महाराज कहते हैं कि आलस्य व्यक्ति को गरीबी के रास्ते पर लेकर जाता है। विदुर जी आगे कहते हैं कि जो व्यक्ति मेहनत या परिश्रम से जी चुराता है, वह कभी भी सफलता या धन हासिल नहीं कर पाता है। विदुर नीति के अनुसार, सफलता केवल उन लोगों को मिलती है जो कठिन समय में भी परिश्रम से जी नहीं चुराते हैं। ऐसे में जो व्यक्ति सफलता हासिल करना चाहते हैं, उन्हें परिश्रम करना आरंभ करना होगा।

विदुर जी कहते हैं कि मां लक्ष्मी उन पर कृपा नहीं बरसाती हैं जो भगवान पर भरोसा नहीं करते हैं। कहा जाता है कि ऐसे लोग जीवन में सफलता भी हासिल नहीं कर पाते हैं। विदुर जी के अनुसार, ऐसे लोग दूसरों के मन को भी बदलते रहते हैं। जिससे उनका जीवन बर्बाद हो जाता है। इसलिए इस तरह के लोगों से जितना हो सके बचकर रहना चाहिए।