लखनऊ गैंगवार: अजीत सिंह की हत्या कर शूटरों ने चिनहट बस स्टेशन पर छोड़ी बाइक, लाल डस्टर से फैजाबाद रोड की तरफ भागे

लखनऊ के विभूतिखंड में हुए गैंगवार में अजीत सिंह की हत्या के बाद शूटर चिनहट स्थित अवध बस स्टेशन पहुंचे। वहां दोनों बाइक खड़ी की। फिर एक लाल रंग की डस्टर गाड़ी में से फरार हो गए। लाल डस्टर फैजाबाद रोड की तरफ भागी थी। शूटरों की बाइक बस स्टेशन से गुरुवार को बरामद हुई। इसके बाद ही पुलिस अफसरों को सीसीटीवी फुटेज से कई सुराग मिले। एक बाइक पर सीट के पिछले हिस्से, फुट रेस्ट और चेन कवर के पास खून के निशान मिले हैं। 

इसमें एक बाइक आजमगढ़ के शिवप्रकाश उर्फ प्रकाश के नाम निकली। दूसरी बाइक पर जो नम्बर लिखा था, वह गलत था। इसके इंजन नम्बर से पुलिस ने असली नम्बर का पता करा लिया। इससे पता चला कि यह गाड़ी मंजू देवी पत्नी अरविंद कुमार के नाम रजिस्टर्ड थी। इस बारे में आजमगढ़ पुलिस को जानकारी दे दी गई है। 

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि कुछ और तथ्य जुटाये जा रहे हैं। यह साफ हो गया है कि दोनों बाइक शूटरों की है। इनका मददगार यहां रहा होगा। इस वजह से ही ये हत्या के बाद सीधे भीड़-भाड़े वाले इस स्थान पर पहुंचे। 

क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम गुरुवार दोपहर से लाल रंग की डस्टर गाड़ी के बारे में पता कर रही है। यही नहीं लखनऊ से आजमगढ़ के बीच हर टोल गेट और सभी थानों की पुलिस को इस गाड़ी के बारे में अलर्ट कर दिया गया है। फुटेज में गाड़ी का नम्बर ज्यादा साफ नहीं आ सका है।

शूटर के घायल होने की वजह से बाइक छोड़ी
पुलिस यह मानकर चल रही है कि घायल शूटर की हालत सम्भवत: बिगड़ने लगी होगी। इस वजह से ही शूटरों ने मददगार को बस स्टेशन पर बुलवाया होगा और आननफानन गाड़ी वहीं खड़ी कर भाग निकले। यह भी पता किया जा रहा है कि अगर शूटर घायल न हुआ होता तो ये लोग बाइक से ही भागते अथवा किसी के यहां शरण लेते। शरण देने वालों के बारे में पता लगाया जा रहा है। बुधवार को घटना के बाद यह बात पहले ही सामने आ गई थी कि शूटर दो दिन पहले आजमगढ़ से आ गये थे।