मुरादनगर। अधिकारियों की मेहरबारी का आलम यह था कि मुरादनगर पालिका परिषद द्वारा नगर में कराए गए अधिकांश बड़े निर्माण कार्य का ठेका आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी के पास था। घटिया सामग्री लगाने को लेकर की गई हर शिकायत को रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता था। ईदगाह कॉलोनी में बनाए गए नाले में घटिया सामग्री लगाने के विरोध में कई बार प्रदर्शन भी किया गया था। यदि उसी समय ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई हो जाती तो शायद आज श्मशान घाट वाला हादसा नहीं होता।
नाला की शिकायत पर कार्रवाई होती तो नहीं होता हादसा