हरदोई में बेटियों को आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित कर रहीं प्रीति

हरदोई के बिलग्राम की प्रीति आज उन लोगों के लिए मिसाल बनी हुई हैं जो मुसीबत के वक्त हिम्मत खो देती हैं। उन्होंने आत्मनर्भिर बनकर साबित किया है कि महिला अकेले अपने कदम आगे बढ़ा दे तो वह भी बहुत कुछ कर सकती है। पति और परिवार दोनों का साथ न मिलने के बाद प्रीति खुद चार पैसे कमाकर दो छोटी बेटियों की परवरिश कर रही हैं। वह समय निकालकर दूसरी बेटियों को आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित कर रही हैं।

प्रीति का जन्म कासूपेट में सामान्य परिवार में हुआ। शादी के बाद दो बेटियां हुईं। इसके बाद पति से संबंध बिगड़ गए। पति ने साथ छोड़ा तो वह आर्थिक संकट से घिर गईं। मुश्किल वक्त में हिम्मत से काम लेते हुए बिलग्राम में एक छोटे से कमरे में सिलाई मशीन खरीदकर खुद डिजाइनर कपड़े सिलने लगीं। धीरे-धीरे काम को इस तरह आगे बढ़ाया कि आज वह फैशन डिजाइनर हो गईं। अब खाली समय में बेटियां को सिलाई कढ़ाई सिखाकर हुनरमंद बना रही हैं।

कुछ वर्ष पहले सरकारी योजनाओं की जानकारी पर जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों से संपर्क किया। विभाग ने कस्बे के मिनी औद्योगिक केंद्र में जमीन एलाट कर उनकी मुहिम में साथ दिया। इस समय वह कपड़े सिलकर बेच रही हैं और 100 से ज्यादा बेटियों को फैशन डिजाइनिंग मुफ्त में सिखा रही हैं। डिजाइनर कपड़े सिलने के क्षेत्र में आज बिलग्राम क्षेत्र में उनका नाम चर्चित है। उनका कहना है की दूसरों के आगे हाथ फैलाने से अच्छा है कि खुद काम करके दूसरे का सहारा बने।