चीन से तनाव के बीच भारत का साथ देगा अमेरिका, नौसेना को ऐसे बनाएगा ताकतवर

पूर्वी लद्दाख में पिछले साल अप्रैल महीने से चल रहे तनाव के बीच अमेरिका भारत का साथ देने जा रहा है। अमेरिकी नौसेना भारतीय नेवी को खुद की तीन 127 मीडियम कैलिबर बंदूकें देने जा रही है। 3,800 करोड़ रुपये की इस डील के तहत इन बंदूकों से भारतीय नौसेना अपने युद्धपोतों को लैस करेगी, जिससे उसकी ताकत पहले की तुलना में और अधिक बढ़ जाएगी। भारत ने 127 एमएम की 11 मीडियम कैलिबर बंदूकों को खरीदने के लिए अमेरिकी सरकार को लेटर ऑफ रिक्वेस्ट इश्यू किया है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी प्रशासन को जारी किए गए एलओआर के तहत, भारतीय नौसेना को प्रदान की जाने वालीं पहली तीन बंदूकें अमेरिकी नौसेना की इन्वेंट्री से होंगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि भारतीय युद्धपोतों को जल्द से जल्द इनसे लैस किया जा सके।

वहीं, जब एक बार नई बंदूकों का अमेरिका में प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा और उन्हें भारत में डिलीवर कर दिया जाएगा, तब युद्धपोतों पर लगाई गईं अमेरिकी नौसेना की बंदूकों को नई बंदूकों से बदल दिया जाएगा। मीडियम कैलिबर की ये बंदूकें भारतीय नौसेना में नई एंट्री होंगी और इस तरह की बंदूकों की तुलना में काफी अपग्रेड भी होंगी।

भारत और अमेरिकी नौसेना के बीच रिश्ते काफी करीबी और अच्छे हैं, क्योंकि नौसेना के लिए ज्यादातर खरीदे जाने वाले हथियार अमेरिका से ही आ रहे हैं। वहीं, निगरानी विमानों सहित सेना में रूसी हथियारों को पी-8 आई विमान से बदल दिया गया है। मल्टीरोल हेलीकॉप्टर भी अमेरिका से ही आ रहे हैं और उनसे एमएच -60 रोमियो को बदला जाएगा।

इसके अलावा, अमेरिकी प्रिडेटर ड्रोन को भी अमेरिकी फर्म जनरल एटॉमिक्स से नौसेना द्वारा लीज पर लिया गया है। भारत और अमेरिका एफ / ए 18 लड़ाकू विमानों की बिक्री की संभावना पर भी चर्चा कर रहे हैं और उन्हें अमेरिकी सरकार द्वारा दोनों देशों के बीच हाल की बैठकों के दौरान पेश किया गया था।