नए साल के पहले दिन कृषि कानूनों पर गरजे शिवपाल, बोले- अन्नदाताओं पर लाठियां बरसाने वाले सत्ता में रहने के काबिल नहीं

नए साल के पहले दिन केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र न बुलाना लोकतंत्र पर कुठाराघात है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को किसानों की समस्‍याओं के समाधान के लिए तत्‍काल विशेष सत्र बुलाना चाहिए। एक ट्वीट में शिवपाल ने कहा कि लोकतंत्र में जन आकांक्षा की अभिव्यक्ति, संवाद और असहमति के लिए दरवाजे हमेशा खुले रहने चाहिए। 

उन्‍होंने कहा कि अन्नदाताओं पर लाठियां बरसाने वाले सत्ता में बने रहने के काबिल नहीं हैं। यह जनता का तंत्र है। यहां सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का अधिकार जनता को है। जनतंत्र की ताकत यही है। शिवपाल ने कहा कि बड़ी से बड़ी समस्याओं को बातचीत से हल किया जा सकता है। लोकतंत्र में जन आकांक्षा के दमन और लाठीचार्ज जैसी कार्रवाईयों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्‍होंने कहा कि किसानों और विपक्ष की आम सहमति के बिना बनाए गए, कृषि सुधार के नए कानूनों पर केन्द्र सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए। 

उन्‍होंने कहा कि इन कानूनों को लेकर व्याप्त असंतोष और आक्रोश के पक्ष में आवाज बुलंद करने और सरकार का ध्‍यान दिलाने के लिए प्रदेशव्यापी पदयात्रा शुरू की गई। 'गांव-गांव पहुंचे प्रसपा जन के पांव' के संकल्प के साथ शुरू हुए इस अभियान का मकसद उत्‍तर प्रदेश के हर गांव में पहुंचना है। लोगों को पार्टी के विचारों से अवगत कराना है। यात्रा तीन चरणों में सम्पन्न होगी। 24 से 29 दिसम्बर तक यात्रा का पहला चरण पूरा हो चुका है। पांच जनवरी से 10 जनवरी तक दूसरा चरण होगा और 17 से 23 जनवरी तक तीसरा चरण चलेगा।