बर्ड फ्लू प्रभावित राज्यों में सरकार ने भेजीं एक्सपर्ट्स की टीमें, इंसान में नहीं पहुंची है बीमारी
bird flu

देश का कोरोना वायरस महामारी से अभी पीछा भी नहीं छूटा था कि बर्ड् फ्लू की बड़ी संख्या में मामले सामने आने लगे। कई राज्यों में पक्षियों की अचानक मौतें होने की वजह से सरकार भी सतर्क हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एहतियातन बर्ड फ्लू से प्रभावित केरल के अलाप्पुझा, कोट्टायम और हरियाणा के पंचकुला जिले में मल्टी डिसिप्लिनेरी टीमों को तैनात कर दिया है। हालांकि, अभी तक इंसानों में यह बीमारी होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।

एक हाई लेवल टीम, जिसमें निदेशक, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) और संयुक्त सचिव और कोविड -19 नोडल अधिकारी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं- को बुधवार को केरल में तैनात किया गया है, ताकि वे बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए कदम उठा सकें। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उपयुक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप बढ़ते राज्य स्वास्थ्य विभाग। इसके अलावा, यह हाई लेवल टीम राज्यों में कोरोना वायरस के हालातों की भी समीक्षा करेगी। बता दें कि 4 जनवरी को पशुपालन विभाग ने केरल में अलाप्पुझा और कोट्टायम जिलों से मृत बतख के नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा (H5N8) का पता लगने की जानकारी दी थी। हरियाणा के पंचकुला जिले से भी पोल्ट्री के नमूनों से बर्ड फ्लू की एक ऐसी रिपोर्ट भी मिली, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति पर नजर रखने के लिए विशेषज्ञों की एक बैठक बुलाई।

पहली हाई लेवल टीम को चार जनवरी को प्रभावित राज्यों का दौरा करने के लिए भेजा गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ''दो मल्टी-डिसिप्लिनेरी टीमों को जिसमें, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़, डॉ. आरएमएल अस्पताल  और लेडी हैरडिंज मेडिकल कॉलेज (नई दिल्ली) के एक्सपर्ट्स शामिल हैं- उन्हें चार जनवरी को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से प्रभावित राज्यों में भेजा गया।''

गौरतलब है कि बर्ड फ्लू की ऐसी ही कई रिपोर्ट्स राजस्थान के झालावाड़ और एमपी के भिंड से भी सामने आई हैं, जिसमें कौवे और प्रवासी पक्षी शामिल हैं। पशुपालन विभाग ने निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार, पोल्ट्री पक्षियों में किसी भी मामले का पता लगाने के लिए निगरानी को और तेज करने के लिए अलर्ट जारी किया है। मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया है कि अब तक, एवियन इन्फ्लुएंजा का इंसान में कोई मामला सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय पूरी स्थिति पर अपनी कड़ी नजर बनाए हुए है।