इस वर्ष मेधावी राह तकते रहे लेकिन मेधावी छात्र सम्मान समारोह नहीं हो पाया, न ही मेधावियों को अभी तक पता चला कि इस वर्ष किन्हें सम्मानित किया जाना है? इसी तरह शिक्षक दिवस पर शिक्षक भी बाट जोहते रहे लेकिन उन्हें भी अभी तक सम्मानित नहीं किया गया है। सरकार हर वर्ष सभी बोर्डों के टॉप 10 मेधावियों को राज्य व जिला स्तर पर सम्मानित करती है। राज्य स्तर पर लगभग 150 और जिला स्तर पर 1600 विद्यार्थियों को हर वर्ष सम्मानित किया जा रहा है।
यूपी बोर्ड, संस्कृत व मदरसा, आईसीएसई व सीबीएसई के दसवीं व बारहवीं के टॉप टेन मेधावियों को सरकार एक लाख रुपए और एक टैबलेट देकर सम्मानित करती है। वहीं यूपी बोर्ड के टॉपरों के गांव में उनके घर तक पक्की सड़क बनाई जाती है। लेकिन 2019 -20 के मेधावियों की सूची तक सरकार ने अभी तक जारी नहीं की है। इस वर्ष पास हुए विद्यार्थियों को सूची का इंतजार हैं कि कितने प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
विद्यार्थियों को इसका इंतजार रहता है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मेधावियों को सम्मानित करते हैं और उनके अभिभावकों व प्रधानाध्यापकों को भी पगड़ी व शॉल पहना कर सम्मानित किया जाता है। वहीं हर जिले में भी सांसद, विधायक या प्रभारी मंत्रियों के मार्फत मेधावी सम्मानित किए जाते हैं।