मुगल शासक दारा शिकोह द्वारा बसाए गए उत्तर प्रदेश में कौशांबी के दारानगर कस्बे में आज दशहरा मेला में राम रावण सेना के बीच ऐतिहासिक कुप्पी युद्ध देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। यहां का दशहरा मेला 241 वर्ष पुराना है। दारानगर गांव के म्योहरा ग्राम पंचायत के गढी गांव के मैदान में राम रावण युद्ध देखने के लिए न केवल आसपास के लोग बल्कि देश के कोने-कोने से लोग इकट्ठा होते हैं। युद्ध मैदान को बैरिकेडिंग करके सुरक्षित किया जाता है। आज विजयदशमी के पर्व पर दोनों सेनाओं के बीच 1० मिनट के अंतराल में आयोजकों द्वारा 4 कुप्पी युद्ध कराए गए । हजारों की संख्या में मैदान के बाहर दर्शक युद्ध देखने के लिए पहले से ही जमा थे। राम की सेना के सैनिक लाल रंग के पोशाक में रावण दल के सैनिक काली वदीर् पहन कर युद्ध मैदान में उतरते हैं। दोनों सेनाओं के बीच प्लास्टिक की बनी हुई कुप्पी शस्त्र के रूप में युद्ध करने के लिए दी जाती है। युद्ध प्रारंभ होते ही दोनों दल के सैनिक एक दूसरे पर टूट पड़ते हैं । एक दूसरे पर कुप्पी फेंक कर मारते हैं । पूरा युद्ध का मैदान सजीव हो उठता है। प्रथम दिन युद्ध में रावण दल के सैनिक राम दल के सैनिकों पर भारी पड़ते हैं । दूसरे दिन एकादशी को तीन युद्ध कराया जाता है। जिसमें अंत में पराजय आसुरी शक्तियों की होती है ।कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए युद्ध स्थल को सैनेटाइज कराया गया। मेले में आने वाले दर्शकों की सुरक्षा के लिए भारी मात्रा में पुलिस बल ,पीएसी के जवान एवं होमगार्ड ड्यूटी में मुस्तैद थे।
यहांं होता है राम-रावण का कुप्पी युद्ध, 241 सालों से लग रहा है दशहरा मेला