कानपुर में बेटे ने फांसी लगाकर जान दी, सदमे में मां ने भी चल बसी

बर्रा में रोज-रोज की कहासुनी ने एक परिवार को हमेशा के लिए मौत के आगोश में सुला दिया। विवाद के बाद बेटे ने फांसी लगाकर जान दे दी तो मां यह सदमा बर्दाश्त न कर पाई और उसने भी दम तोड़ दिया। एक साथ दो लोगों की मौत पर इलाके के लोगों की आंखें भी नम हो गईं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बर्रा-2 नई बस्ती निवासी 70 वर्षीय उमा मिश्रा अपने इकलौते बेटे उमेश (36) के साथ रहती थीं। उमेश एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था। मौसा योगेश मिश्रा ने बताया कि उमा काफी समय से कैंसर से परेशान थीं और उनका घर पर ही इलाज चल रहा था। इसमें काफी पैसा खर्च हो चुका था। वहीं, मोहल्लेवालों के मुताबिक उमेश नशे का लती था और आएदिन मां से रुपए मांगता था। इसे लेकर कई बार उमा से झगड़ा भी कर चुका थ। मंगलवार सुबह दोनों में कहासुनी के बाद उमेश पहली मंजिल पर गया और पीछे के कमरे में जाकर पंखे के कुंडे से लटक गया। थोड़ी देर बाद जब उमा उसके कमरे में पहुंचीं तो बेटे का शव फंदे से लटकता देख चीखना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग पहुंचे और कंट्रोल रूम पर सूचना दी। उमेश की मौत के बाद वह काफी देर तक रोती-बिलखती रहीं और अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। लोगों ने उन्हें बेड पर लिटाया, देखते ही उनकी भी सांसें थम गईं।
पिता ने भी जहर खाकर दी थी जान
योगेश के मुताबिक उमेश के पिता राधेश्याम भी सिक्योरिटी गार्ड थे लेकिन करीब सालभर पहले उन्होंने भी किसी कारण जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी थी, जिसके बाद परिवार पूरी तरह से टूट चुका था।