इन लोगों के लिए बहुत ही शुभ है रेस्टोरेंट और गारमेंट्स का कारोबार

शुक्र व्यक्ति के जीवन को बहुत अधिक प्रभावित करता है। कुंडली में शुक्र की विभिन्न स्थितियां व्यक्ति के जीवन को अलग-अलग ढंग से प्रभावित करती हैं। ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत से जानिए कुंडली में शुक्र की स्थिति का आपके जीवन में क्या असर पड़ता है।
-अगर शुक्र कुंडली में लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति को बहुत ही अधिक महत्वाकांक्षी बनाता है। ऐसा व्यक्ति बड़े लक्ष्यों और विलासितापूर्ण जीवन की इच्छा रखने वाला होता है। 
-अगर कुंडली में शुक्र स्व या उच्च राशि (वृष, तुला, मीन) में तो ऐसे में जीवन में अच्छी धन, समृद्धि और सभी भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है। 
-शुक्र अगर वृष, तुला या मीन राशि में होकर केंद्र भाव (पहला, चौथा, सातवें, दसवें) में हो तो इससे माल्व्य योग बनता है। जिन लोगों की कुंडली में यह योग होता है उन्हें वैभवपूर्ण जीवन की प्राप्ति होती है। -अगर शुक्र कुंडली में नीच राशि (कन्या) में हो, सूर्य से अस्त हो, आठवें भाव में हो या केतु के साथ होने से पीड़ित हो तो ऐसे लोागें के जीवन में आर्थिक उन्नति हो पाती और व्यक्ति अपने आर्थिक पक्ष को लेकर हमेशा परेशान रहता है। 
-अगर शुक्र कुंडली में छठे, आठवें भाव में हो या नीच राशि में हो तो ऐसे में डायबिटीज होने की आशंका रहती है। ऐसे लोगों को अपने शुगर पर विशेष नियंत्रण रखना चाहिए। 
-अगर कुंडली में शुक्र और चंद्रमा का योग हो तो ऐसे में व्यक्ति विलासिताप्रिय और वैभवपूर्ण जीवन की ओर आकर्षित रहने वाला होता है। ऐसे लोग जीवन में अच्छी धन और समृद्धि पाता है। 
-जिन लोगों की कुंडली में शुक्र मजबूत होता है उन्हें रचनात्मक क्षेत्र में अच्छी सफलता मिलती है। 
-अगर कुंडली में शुक्र मजबूत हो तो ऐसे लोग रेडीमेड गारमेंट्स, ब्यूटी प्रोडक्ट, कॉस्मेटिक्स, डेकोरेटिव आइटम, रेस्टोरेंट और जेम स्टोन्स के काम में अच्छी सफलता पाते हैं। 
-जिन पुरुषों की कुंडली में शुक्र दशम भाव में हो, भाग्य स्थान में हो, दशम भाव या भाग्यस्थान को देखता हो या फिर शुक्र ही दशमेश और भाग्येश हो तो ऐसे पुरुषों का विशेष भाग्योदय उनके विवाह के बाद होता है। ऐसे लोगों के लिए उनकी पत्नी बहुत भाग्यशाली होती है।