ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों के लिए नई सुविधा शुरू, आवेदकों को मिलेगी बड़ी राहत

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवदेकों को अब आरटीओ में अलग-अलग दफ्तरों में चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। गाजियाबाद के सारथी भवन में लाइसेंस की कैटेगरी के अनुसार अलग-अलग कैबिन तैयार कर दिए गए हैं। आवेदकों को एक कैबिन में ही सत्यापन और बायोमैट्रिक की सुविधा मिल सकेगी।संभागीय परिवहन विभाग की ओर से लाइसेंस और वाहन संबंधित सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है, लेकन दस्तावेज सत्यापन, फॉर्म जमा करना और बायोमैट्रिक प्रक्रिया के लिए कार्यालय में उपस्थित होना होता है। लाइसेंस संबंधित कार्यों के लिए सारथी भवन में जाकर अलग-अलग खिड़कियों पर दस्तावेज का सत्यापन और बायोमैट्रिक प्रक्रिया होती थी। अभी तक सारथी भवन के हॉल में छह खिड़कियों पर काम होता था। इसमें तीन खिड़कियों पर अलग-अलग वर्ग के लाइसेंस आवेदन दस्तावेजों का सत्यापन और तीन खिड़कियों पर बायोमैट्रिक प्रक्रिया होती थी। ऐसे में लर्निंग लाइसेंस के आवेदक या अन्य आवेदक किसी अन्य खिड़की की कतार में खड़े हो जाते थे। नंबर आने पर उनको ज्ञात होता था कि वह गलत खिड़की पर हैं। ऐसे में आवेदक और विभाग के कर्मचारियों भी समय खराब होता था।


इस समस्या को देखते हुए संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण वार्ष्णेय की ओर से आवेदकों के वर्गीकरण के अनुसार अलग-अलग कैबिन बना दिए गए हैं। एक कैबिन में ही एक वर्ग के लाइसेंस के आवेदक का दस्तावेज सत्यापन और बायोमैट्रिक हो जाएगी। इसके लिए कैबिन के रंग भी अलग-अलग किए गए हैं। हरा-लाल रंग कैबिन में ड्राइविंग लाइसेंस, पीले रंग के कैबिन में लर्निंग लाइसेंस और हरे रंग के कैबिन में अन्य लाइसेंस आवेदकों को जाना होगा।


एआरटीओ विश्वजीत प्रताप सिंह ने बताया कि गुरुवार से ऑफिस में अलग-अलग कैबिन में काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद आवेदकों को अलग-अलग भटकना भी नहीं पड़ेगा। साथ ही हॉल में आवेदकों की बीच सोशल डिस्टेंसिंग भी बनी रहेगी।


टोकन से आएगा नंबर


विभाग की ओर से लोगों की सुविधा के लिए टोकन नंबर व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है। अब उनको ज्यादा देर कतार में खड़े होने की आवश्यकता नहीं है। सारथी भवन में आने वाले आवेदकों को क्रमानुसार टोकर उपलब्ध कराया जाएगा। टोकन नंबर डिजिटल मीटर पर दिखाया जाएगा। अपने नंबर के अनुसार आवेदक अपने कैबिन में आ सकते हैं। इससे पहले अपने अन्य कार्य कर सकते हैं।