दशहरे की तिथि खरीददारी के लिए बहुत ही शुभ, बन रहा है रविपुष्य योग, आएगी सुख-समृद्धि

अश्विन महीने के शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। दशहरा तिथि विजय मुहूर्त वाली होती है, इसलिए इस तिथि को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है। इस बार दशहरा 25 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस बार नवमी और दशहरा एक ही दिन मनाए जा रहे हैं। सुबह 11:14 तक नवमी के कार्य पूर्ण होंगे, उसके बाद दशहरा पर्व शुरू हो जाएगा।इस बार दशहरा की तिथि पर किसी भी वस्तु की खरीददारी समृद्धिदायक रहेगी। 25 अक्टूबर को पुष्य योग बन रहा है, रविवार होने के कारण रविपुष्य योग भी बन रहा है। इस बार दशहरे के दिन रवि पुष्य नक्षत्र सुबह 6:20 से रात को 1.20 तक रहेगा।


कहते हैं कि इस मुहूर्त में खरीददारी से सुख समृद्धि बढ़ती है। दरअसल लंकापति रावण का वध कर भगवान राम ने दशहरे के दिन ही बुराई पर विजय हासिल की थी, इसलिए विजयदशमी के दिन को अबूझ मुहूर्त माना गया है। इसके साथ ही इस दिन लोग बच्चों का अक्षर लेखन, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन और भूमि पूजन आदि कार्य शुभ भी करवाते हैं।


Vijayadashami 2020 शुभ मुहूर्त-


दशमी तिथि प्रारंभ - 25 अक्टूबर को सुबह 011:41 मिनट से 
इस दिन पुष्य नक्षत्र सुबह 6:20 से रात को 1.20 तक 
विजय मुहूर्त - दोपहर 01:55 मिनट से 02 बजकर 40 तक।
अपराह्न पूजा मुहूर्त - 01:11 मिनट से 03:24 मिनट तक।
दशमी तिथि समाप्त - 26 अक्टूबर को सुबह 08:59 मिनट तक रहेगी।