हंसो या रोओ - कहानी

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141



अम्मी:- बेटा अब्दुल क्या कर रहे हो ?**

अब्दुल:- मोदी ओर हिन्दुओ को गाली दे रहा हूँ देश बर्बाद कर दिया इन्होने।*

अम्मी :- बेटा तू सही कर रहा है अच्छा अब तू 3 महीने का राशन फ्री मिल रहा है वो ले आ*

तेरे अब्बू 2000 रुपये किसान सम्मान निधि निकालने गए है, और मै जन धन खाते से सरकार ने 500 रु डाले है वो निकाल कर लाती हूँ*

और अहमद आये तो कहना शबाना को अस्पताल से ले आये, कोरोना ठीक हो गया उसका, और आयुष्मान कार्ड से 3 लाख रुपये चुका दे।*

अब्दुल:- ok अम्मी*

अम्मी:-अरे हां बेटा, भाभी को डिलेवरी के 6,000 भी आ गए होंगे, वो भी निकाल लाना ,*

और सलीम से कहना कि 2 लाख PM आवास के मिलेंगे, वो भी जाकर ले आये,*

नावेद आये तो कहना पंचायत से शौचालय के पैसे लाकर काम चालू करवा दे।

अब्दुल:- अम्मी आज इनकम टैक्स की भी तो आखिरी तारीख है।*

अम्मी:- अरे मूर्ख बेटा हम थोड़ी ही टैक्स देते है, वो तो संविधान के अनुसार सर्फ हिन्दू अविभाजित परिवार देता है।

पास में खड़ी पोती *सलमा बोली:- दादी जान जब हिन्दू के टेक्स के पैसे से ये सब मिलता है, फिर हम हिन्दुओ को गाली क्यो देते है?**

 और मोदी ने इतना किया तो फिर उसे गाली क्यो ?*

अम्मी:- नाश पिटी, तुझे क्या पता वो हमारी कौम का दुश्मन है। मदरसे के मौलाना साहब ने कहा है कि हिन्दू काफिर होते हैं ,,*

कब से बोल रही हूँ इस सलमा को कि इसे मदरसा भेज दो। कुछ पढ़ लिख लेगी तो अक्ल व इल्म आ जायेगा, देखो न क्या बोल रही है।*

हंसो या रोओ

हकीकत यही है..