क्या है यूपी 112 परियोजना, यूपी सरकार ने दूसरे चरण के लिए मांगी डीपीआर
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी-112 परियोजना के दूसरे चरण के लिए सभी जरूरी कार्य समय से पूरे करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद गृह विभाग ने फरवरी के अंत तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तलब कर लिया है। दूसरे चरण में यूपी 112 को तकनीकी रूप से और उन्नत करते हुए जनोपयोगी बनाया जाना है।

दिए जाएंगे 3200 नए मोबाइल फोन
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि 112 के दूसरे द्वितीय चरण के लिए वर्किंग ग्रुप के गठन के संबंध में निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। परियोजना के द्वितीय चरण के लिए सलाहकार नियुक्त करने की प्रक्रिया में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। एडीजी की अध्यक्षता में इस संबंध में तीन बैठकें भी हो चुकी हैं। योजना के तहत संचालित चार पहिया वाहनों में संचार व संपर्क के लिए 3200 मोबाइल फोन पुलिस मुख्यालय स्तर से यूपी 112 को वर्ष 2016 में उपलब्ध कराए गए थे। इन मोबाइल फोन का उपयोग 24 घंटे लगातार किए जाने के कारण अब इनमें से अधिकांश कार्य योग्य नहीं रह गए है, जिनके स्थान पर नए सेट खरीदने के निर्देश दिए गए हैं। 

जून में पूरा हो जाएगा पहला चरण
उन्होंने बताया कि इस वर्ष जून में इस परियोजना के प्रथम चरण का कार्यकाल पूरा हो रहा है। प्रथम चरण में यूपी 112 परियोजना को और अधिक जनोपयोगी बनाने के साथ-साथ इसके संसाधनों में बढ़ोत्तरी की गई। नई योजनाओं वीमेन पॉवर लाइन 1090, जीआरपी, फायर सर्विस व 181 से भी इसका एकीकरण किया गया। औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षित माहौल देने के लिए ‘लिंक’ सेवा भी शुरू की जा रही है।

ग्रामीण अंचल के स्थानीय लोगों से अधिक प्रभावी संपर्क बनाने के लिए उनकी भाषा में बातचीत करते हुए उत्तर देने के लिए अवधी, ब्रज व बुंदेली आदि क्षेत्रीय भाषाओं में संवाद किए जाने की व्यवस्था की शुरुआत की गई है। बाहर से प्रदेश भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों को किसी भी आपात स्थिति में बातचीत मे सुगमता के लिए 18 विदेशी भाषाओं में बात करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।